नहीं रहे फुटबॉल के भीष्मपितामह
दाउदनगर (अनुमंडल)दाउदनगर क्षेत्र में फुटबॉल के भीष्म पितामह कहे जाने वाले 105 वर्षीय रामाशीष सिंह का निधन हो गया. उन्होंने रविवार की देर शाम अपने कसेरा टोली आवास पर अंतिम सांस ली. वह अपने पीछे एकमात्र पुत्री, दामाद, नाती व उनका परिवार छोड़ गये हैं. अंतिम संस्कार वाराणसी में किया गया. उनके नाती कन्हैया सिंह […]
दाउदनगर (अनुमंडल)दाउदनगर क्षेत्र में फुटबॉल के भीष्म पितामह कहे जाने वाले 105 वर्षीय रामाशीष सिंह का निधन हो गया. उन्होंने रविवार की देर शाम अपने कसेरा टोली आवास पर अंतिम सांस ली. वह अपने पीछे एकमात्र पुत्री, दामाद, नाती व उनका परिवार छोड़ गये हैं. अंतिम संस्कार वाराणसी में किया गया. उनके नाती कन्हैया सिंह सिसौदिया ने मुखाग्नि दी. गौरतलब है कि रामाशीष बाबू का पूरा जीवन ही फुटबॉल खेल के प्रति समर्पित रहा. जब तक वह चलते फिरते रहे, तब तक उन्होंने कई फुटबॉल टूर्नामेंट कराये. करीब पांच वर्ष पूर्व कुल्हा टूट जाने के कारण वह बिस्तर पर पड़े रहते थे. निधन की खबर फैलते ही शोक की लहर दौड़ गयी. भगवान प्रसाद शिवनाथ प्रसाद बीएड कॉलेज के सचिव डॉ प्रकाश चंद्रा ने कहा कि रामाशीष सिंह दाउदनगर के भीष्मपितामह थे और हमलोगों के प्रेरणास्रोत भी. ज्ञान गंगा इंटर स्कूल के निदेशक नंद किशोर सिंह ने कहा कि वह अभिभावक तुल्य थे. सामाजिक कार्यकर्ता चिंटु मिश्रा, प्रफुल्ल चंद्रा, मुकेश कुमार मिश्रा ने कहा कि उनके निधन से दाउदनगर को अपूरणीय क्षति हुई है.