‘मजदूरों के साथ हो रही लूट’
औरंगाबाद (ग्रामीण) : मजदूरों के साथ हो रही मनमानी, लूट व तानाशाही को लेकर बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन के सैकड़ों मजदूरों ने मंगलवार को श्रम अधीक्षक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. प्रदर्शन को संबोधित करते हुए यूनियन के जिला संयोजक नागा राम ने कहा कि पूरे देश में निर्माण मजदूरों के साथ लूट हो […]
औरंगाबाद (ग्रामीण) : मजदूरों के साथ हो रही मनमानी, लूट व तानाशाही को लेकर बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन के सैकड़ों मजदूरों ने मंगलवार को श्रम अधीक्षक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए यूनियन के जिला संयोजक नागा राम ने कहा कि पूरे देश में निर्माण मजदूरों के साथ लूट हो रही है. बिहार में मजदूरों को किसी प्रकार की सुविधा कल्याण बोर्ड द्वारा नहीं दी जा रही है.
प्रदर्शन के माध्यम से हम यह बताना चाहते हैं कि जब तक निर्माण मजदूरों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. अपने अधिकार के लिए जुझारू आंदोलन को और तेज किया जायेगा. कॉरपोरेट लूट की चरागाह को हर हाल में समाप्त करना होगा.
और भी हैं कई समस्याएं
नागा राम ने यह भी कहा कि औरंगाबाद के मजदूर कई समस्याओं से घिरे है. रोजगार की तलाश में प्रतिदिन सैकड़ों मजदूर जामा मसजिद के पास खड़े होकर ग्राहकों का इंतजार करते रहते है. उस जगह पर हमेशा मजदूरों के साथ दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है. प्रदर्शन समाप्ति के उपरांत यूनियन का एक शिष्टमंडल मुख्यमंत्री के नाम 14 सूत्री मांग से संबंधित ज्ञापन श्रम अधीक्षक को सौंपा.
इस मौके पर किसान महासभा के जिला संयोजक डॉ जनार्दन प्रसाद, खेत मजदूर सभा के सचिव कॉमरेड चंद्रमा पासवान, निर्माण मजदूर यूनियन के अध्यक्ष पाठक राम, शत्रुघ्न कुमार प्रजापति, राम विलास चौधरी, अर्जुन पासवान, सुरेंद्र राम, सत्येंद्र राम, राज कुमार राम, सूरज राम, जीतेंद्र राम आदि शामिल थे.
मजदूरों की मुख्य मांगें
मजदूरों के लिए गांधी मैदान के पास शेड का निर्माण होना चाहिए, ऊंचाई पर काम करनेवाले मजदूरों को गिरने के बाद मौत होने या अपंग होने की स्थिति में ठेकेदार व सरकार द्वारा सेफ्टी बेल्ट की व्यवस्था की जानी चाहिए.