नवनेर इंटर विद्यालय में शिक्षकों की कमी

ओबरा (औरंगाबाद) : सरकार शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए लाख प्रयास कर रही है. फिर भी विद्यालयों में संसाधन की घोर कमी है. इससे छात्र-छात्रओं को शिक्षा ग्रहण करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नवनेर इंटर विद्यालय में लगभग 50 लाख की लागत से भवन का निर्माण कराया गया है, लेकिन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 7, 2015 5:24 AM
ओबरा (औरंगाबाद) : सरकार शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए लाख प्रयास कर रही है. फिर भी विद्यालयों में संसाधन की घोर कमी है. इससे छात्र-छात्रओं को शिक्षा ग्रहण करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नवनेर इंटर विद्यालय में लगभग 50 लाख की लागत से भवन का निर्माण कराया गया है, लेकिन शिक्षकों की पदस्थापना नहीं होने के कारण छात्र-छात्रओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
पता चला है कि शिक्षक नहीं होने के कारण इंटरमीडिएट के छात्रों का पिछले वर्ष नामांकन नहीं हुआ था. विद्यालय परिसर में शौचालय व पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की भी घोर कमी है. शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण यह स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. विद्यालय के प्राचार्य रंजन कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षकों की स्वीकृति 10 है. लेकिन तीन शिक्षक के भरोसे विद्यालय चल रहे हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि इस बार इंटरमीडिएट में नामांकन होगा. विभाग को इसके लिए पत्र लिखा गया है.देव प्रतिनिधि के अनुसार, बेढ़ना उच्च विद्यालय को चार वर्ष पहले उत्क्रमित कर प्लस टू की मान्यता दी गयी. इसके कारण छात्र-छात्रओं की संख्या तो बढ़े लेकिन संस्थान नहीं. इतने दिन बीतने के बाद भी भवन, शिक्षक की कमी है तो प्रैक्टिकल, कंप्यूटर विद्यालय को पूरा नहीं किया गया. इससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा विद्यार्थियों को नहीं मिल पा रही है. समाजसेवी कार्यकर्ता सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है.
गोह प्रतिनिधि के अनुसार, हसामपुर पल्स टू के बच्चों को पठन-पाठन दशम वर्ग के शिक्षक ही कराते हैं. प्लस टू में शिक्षक की कमी रहने से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है. प्लस टू के बच्चों की पढ़ाई के लिए भवन निर्माण भी नहीं कराया गया है. यहां कला में 100 व साइंस में 100 विद्यार्थी हैं. इन्हें पढ़ाने के लिए दो शिक्षक ही प्रतिनियुक्त हैं. विद्यालय के प्रधानाध्यापक वीरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि इस समस्याओं के संबंध में विभाग को बताया गया है.

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