लाइब्रेरी है, पर अध्यक्ष नहीं
औरंगाबाद (कोर्ट): शहर के अनुग्रह इंटर कॉलेज (गेट स्कूल) का शिक्षा जगत में एक अगल स्थान है. ब्रिटिश काल के दौरान 1915 में इस स्कूल की स्थापना की गयी थी. तब सिर्फ दशम वर्ग तक की पढ़ाई कराने की अनुमति इस स्कूल को मिली थी. इसके बाद 1985 में इसे इंटर कॉलेज का दर्जा मिला […]
औरंगाबाद (कोर्ट): शहर के अनुग्रह इंटर कॉलेज (गेट स्कूल) का शिक्षा जगत में एक अगल स्थान है. ब्रिटिश काल के दौरान 1915 में इस स्कूल की स्थापना की गयी थी. तब सिर्फ दशम वर्ग तक की पढ़ाई कराने की अनुमति इस स्कूल को मिली थी. इसके बाद 1985 में इसे इंटर कॉलेज का दर्जा मिला और बच्चों को इंटर तक की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाने लगी.
पर, समय के साथ यहां सुविधाएं व संसाधन नहीं बढ़ाये गये, जिसका परिणाम है कि आज न तो पढ़ाई ही सुचारु तरीके से हो रहा है और न ही इसके पुस्तकालय का लाभ ही पूरी तरह छात्रों को मिल रहा है. शिक्षकों की घोर कमी से जहां सभी विषयों की नियमित पढ़ाई नहीं हो रही है तो वहीं इस स्कूल का लाइब्रेरी बिना लाइब्रेरियन के ही चल रहा है.
आंकड़े सुना रहे व्यथा: अनुग्रह इंटर कॉलेज (गेट स्कूल) में शिक्षकों के कुल पद 32 हैं. इसमें से 25 पद रिक्त है और फिलहाल सात पदस्थापित शिक्षकों पर ही सैकड़ों छात्रों का भविष्य टिका है. लाइब्रेरियन का पद रिक्त है. लिपिक के पद तीन हैं. इसमें से एक पदस्थापित हैं और दो पद रिक्त है.
इंटर में सीट बढ़ाने की जरूरत: इस स्कूल में इंटर कला में 256 व साइंस में 256 सीट हैं. दिन-प्रतिदिन इंटर में नामांकन कराने वाले छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. सीमित सीट होने के कारण कई छात्र नामांकन से वंचित रह जाते हैं. इससे कर्मचारियों का मानना है कि इंटर में नामांकन सीट बढ़ाने की जरूरत है.