औरंगाबाद (नगर): जिले में हाल-फिलहाल में हुईं कई आपराधिक घटनाओं की योजना औरंगाबाद जेल बनायी गयी थी. जेल में बंद कुख्यात अपराधियों के निर्देश पर बाहर घूम रहे उनके गुर्गे वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. इसका खुलासा पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस के सामने किया है.
एसपी बाबू राम ने बताया कि गत 20 जुलाई को भेड़िया गांव के समीप दंपती के साथ हुई लूटपाट व रवींद्र सिंह को गोली मारने के मामले का पुलिस ने मात्र 24 घंटे के अंदर खुलासा कर लिया था. इस घटना में शामिल चार कुख्यात अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार भी किया था. पूछताछ में गिरफ्तार अपराधी गुड्डू पासवान ने बताया था कि जेल में बंद कुख्यात अपराधी राकेश गुप्ता, पिंटू शर्मा व अजगैबीनाथ शर्मा के कहने पर ही उसका गिरोह शहर में आपराधिक घटनाओं का अंजाम देता है.
गुड्डू ने यह भी बताया था कि पेट्रोल पंप लुटने के बाद 43 लाख रुपये जेल में बंद राकेश गुप्ता को पांच हजार रुपये नगद, टी-शर्ट व ट्राउजर पहुंचाया था. ठेकेदार नवीन सिंह की हत्या की योजना भी जेल में बंद कुख्यात अपराधियों ने बनायी थी. एसपी का कहना है कि औरंगाबाद जेल की हालत यह है कि कुख्यात कैदी दिन-भर जेल परिसर में घूमते रहते हैं और आपस में बातचीत भी करते हैं.
इस मामले में पूर्व जेलर के खिलाफ कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा गया था. परिणाम हुआ कि उनकी जगह पर नये जेलर की पोस्टिंग हुई है. उम्मीद है कि नये जेलर जेल में बंद कुख्यात अपराधियों पर लगाम लगायेंगे.
एसपी ने बताया कि कि पूर्व में भी हुईं कई आपराधिक घटनाओं की भी योजना जेल में बनायी गयी थी. वह कई बार जेल में छापेमारी कर चुके हैं. इस दौरान कई आपतिजनक सामान समेत कई मोबाइल नंबर भी कैदियों से बरामद हुए हैं. इससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि जेल में बंद कैदी मोबाइल के जरिये बाहर में घूम रहे अपने गुर्गो से संपर्क में रहते हैं और उनसे वारदातों को अंजाम दिलाते हैं.