अस्पताल से भागा कैदी फिर पकड़ाया

अस्पताल से भागा कैदी फिर पकड़ाया सदर अस्पताल में कैदी वार्ड का ग्रिल तोड़ कर मंगलवार की सुबह हो गया था फरार कैदी के फरार होने के बाद पुलिस-प्रशासन के होश उड़ गये, नाकाबंदी कर घर से ही पकड़ा (फोटो नंबर-33)कैप्शन- कैदी के घर के समीप तलाशी लेती पुलिस औरंगाबाद (ग्रामीण) औरंगाबाद शहर में मंगलवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2015 7:57 PM

अस्पताल से भागा कैदी फिर पकड़ाया सदर अस्पताल में कैदी वार्ड का ग्रिल तोड़ कर मंगलवार की सुबह हो गया था फरार कैदी के फरार होने के बाद पुलिस-प्रशासन के होश उड़ गये, नाकाबंदी कर घर से ही पकड़ा (फोटो नंबर-33)कैप्शन- कैदी के घर के समीप तलाशी लेती पुलिस औरंगाबाद (ग्रामीण) औरंगाबाद शहर में मंगलवार को चोर-पुलिस का खेल सैकड़ो लोगों ने अपनी आंखों से देखा. पहले तो पुलिस के आंखों में धूल झोंक कर चोर कैदी वार्ड से फरार हो गया और फिर उसे पुलिस ने नाटकीय ढंग से उसे उसी के घर से पुन: गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद पुलिस को जान में जान आयी. हुआ यह कि दाउदनगर जेल से औरंगाबाद सदर अस्पताल इलाज के लाये गये छोटू साव नामक कैदी मंगलवार की अहले सुबह कैदी वार्ड का ग्रिल तोड़कर फरार हो गया. कैदी को भागने की सूचना शहर में आग की तरह फैल गयी. पुलिस प्रशासन के होश उड़ गये. आनन-फानन में नगर थाने की पुलिस ने शहर में नाकेबंदी कर दी. फरार कैदी छोटू कुमार के शाहपुर अखाड़ा स्थित घर पर छापेमारी की गयी. पूरे घर को चारों तरफ से नाकेबंदी की गयी, तब जाकर घर से ही छोटू को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने कई अन्य घरों में भी तलाशी ली. पता चला है कि छोटू कुछ दिन पहले ही चोरी, डकैती के एक मामले में दाउदनगर जेल गया था. सोमवार को दोपहर उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती कराया गया था. नगर थानाध्यक्ष रविप्रकाश सिंह ने बताया कि फरार छोटू को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.आखिर कहां थे सुरक्षाकर्मीसदर अस्पताल के कैदी वार्ड में भरती होने वाले कैदियों की देखरेख के लिए चार सुरक्षाकर्मी लगाये गये हैं. कैदी वार्ड एक ही रूम में चलता है, जिसमें कैदी के साथ-साथ सुरक्षाकर्मी भी रहते हैं. मंगलवार की अहले सुबह छोटू साव नामक कैदी पीछे के ग्रिल के लोहे को तोड़ कर भाग निकला. अब सवाल यह उठता है कि छोटे से कमरे में इतनी बड़ी घटना हुई, तो उस समय सुरक्षाकर्मी क्या कर रहे थे. यह बड़ा सवाल है. अब देखना यह है कि इस लापरवाही पर क्या कार्रवाई होती है.

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