आज से नहीं होगी मलेरिया की जांच
आज से नहीं होगी मलेरिया की जांच पीएचसी में नहीं है निडिल व आवश्यक दवाएं लैब टेक्नीशियन ने पीएचसी प्रभारी को तीन बार लिखा है पत्र पहले से ही हिमोग्लोबिन की जांच है बंद (फोटो नंबर-13,14) परिचय-पीएचसी में नहीं लगा है जांच सुविधा का बोर्ड , लैब टेक्नीशियन द्वारा पीएचसी प्रभारी को लिखा गया पत्र […]
आज से नहीं होगी मलेरिया की जांच पीएचसी में नहीं है निडिल व आवश्यक दवाएं लैब टेक्नीशियन ने पीएचसी प्रभारी को तीन बार लिखा है पत्र पहले से ही हिमोग्लोबिन की जांच है बंद (फोटो नंबर-13,14) परिचय-पीएचसी में नहीं लगा है जांच सुविधा का बोर्ड , लैब टेक्नीशियन द्वारा पीएचसी प्रभारी को लिखा गया पत्र की प्रति दाउदनगर (अनुमंडल) दाउदनगर पीएचसी में हिमोग्लोबिन की जांच बंद है. शनिवार से मलेरिया की भी जांच बंद हो जायेगी. इसका कारण है निडिल का नहीं होना है. जांच कक्ष में आवश्यक दवाएं व निडिल आदि उपलब्ध कराने के लिए लैब टेक्नीशियन राकेश कुमार द्वारा पीएचसी प्रभारी को तीन बार पत्र लिखा गया है. लेकिन, साम्रगी उपलब्ध नहीं कराया गये हैं. निडिल नहीं होने के कारण मलेरिया की जांच भी बंद हो जायेगी.नहीं लगा है बोर्ड विभागीय सूत्रों के अनुसार, सरकारी नियमानुसार पीएचसी में जिन-जिन जांच की सुविधा है उसका बोर्ड लगा हुआ रहना चाहिए. लेकिन, यह सुविधा भी यहां उपलब्ध नहीं है. यहां तक जांच कक्ष के बारे में भी पता लगाने के लिए भाग दौड़ करनी पड़ेगी. न तो उपलब्ध जांच सुविधाओं की जानकारी सूचक बोर्ड के माध्यम से आपको मिल पायेगी और न ही बिना किसी से पूछे आप जांच कक्ष तक पहुंच पायेंगे.जांच का है विषयसूत्रों ने बताया कि यदि सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं की गहराई पूर्वक जांच की जाये तो यह हकीकत खुल कर सामने आ जायेगा कि सरकारी योजनाओं का कितना लाभ आम जनता को समुचित तरीके से मिल पा रहा है. जब 150 रुपये का केमिकल नहीं खरीदा जा रहा है और मरीज प्राइवेट लैबों में जाने को विवश हैं तो यह समझा जा सकता है कि इसके पीछे भी कोई न कोई राज होगा. सूत्रों ने बताया कि यदि प्राइवेट जांच घरों और स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय स्तर पर जवाबदेह पदाधिकारियों व कर्मचारियों के संबंधों की गहराई से जांच की जाये तो सच्चाई सामने आ सकती है. सब कमीशनखोरी का खेल है.