अखंड सौभाग्य के लिए किया करवा चौथ
अखंड सौभाग्य के लिए किया करवा चौथ औरंगाबाद (सदर) कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ कहते हैं. शुक्रवार को अपने अखंड सौभाग्य के लिए महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत रखा. पौराणिक कथा के अनुसार यदि कोई मनुष्य छल, कपट, अहंकार, लोभ, लालच को त्याग कर श्रद्धा और भक्ति भाव पूर्वक करवा चौथ […]
अखंड सौभाग्य के लिए किया करवा चौथ औरंगाबाद (सदर) कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ कहते हैं. शुक्रवार को अपने अखंड सौभाग्य के लिए महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत रखा. पौराणिक कथा के अनुसार यदि कोई मनुष्य छल, कपट, अहंकार, लोभ, लालच को त्याग कर श्रद्धा और भक्ति भाव पूर्वक करवा चौथ अथवा चतुर्थी का व्रत करता है तो जीवन में सभी प्रकार के दु:खों और क्लेशों से वो मुक्त होता है और सूखमय जीवन व्यतीत करता है. इसी कथा के अनुसार महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु की कामना के लिए करवा चौथ किया. दिन भर व्रत रखने के उपरांत रात मे लकड़ी के पाटी पर जल का भरा लोटा रख, उस पर मिट्टी का करवा बनाकर, करवे में गेंहू और उसके ढक्कन में चीनी व नगद रुपये रख फिर उसे मोहली से बांध कर गुड़ व चावल से उसका विधिवत पूजन की. इसके बाद चंद्रमा को देख कर अर्घ्य देते हुए पति के आशीर्वाद के साथ सुहागिनों ने व्रत खोला. पति की लंबी उम्र के लिए महिलाओं द्वारा किया जाने वाला करवा चौथ व्रत पूरे जिले में श्रद्धा पूर्वक मनाया गया.