नगर पर्षद के वार्ड तीन में दर्जनभर सरकारी कार्यालय, पर विकास नहीं

नगर पर्षद के वार्ड तीन में दर्जनभर सरकारी कार्यालय, पर विकास नहीं गरमी हो या ठंड सड़क पर जलजमाव नाली नहीं बनने से सड़कों पर बह रहा है गंदा पानीलाइट के अभाव में गलियों में रहता है अंधेरा (फोटो नंबर-22,23 बाकी नाम से)कैप्शन- सड़क पर बह रहा पानी, मेन रोड पर जमा पानी औरंगाबाद (सदर) […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 5, 2015 7:01 PM

नगर पर्षद के वार्ड तीन में दर्जनभर सरकारी कार्यालय, पर विकास नहीं गरमी हो या ठंड सड़क पर जलजमाव नाली नहीं बनने से सड़कों पर बह रहा है गंदा पानीलाइट के अभाव में गलियों में रहता है अंधेरा (फोटो नंबर-22,23 बाकी नाम से)कैप्शन- सड़क पर बह रहा पानी, मेन रोड पर जमा पानी औरंगाबाद (सदर) नगर पर्षद के वार्ड संख्या तीन में नगर पर्षद कार्यालय, सदर प्रखंड कार्यालय, सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बाल विकास परियोजना कार्यालय सहित अन्य कार्यालयों के अलावे वीआइपी के मकान भी हैं. गुरुवार को वार्ड की समस्याओं व विकास से रू-ब-रू होते हुए वहां के लोगों से वार्ड की हालत का जानकारी ली गयी. लोगों को मनाना है कि जब इतने सारी सरकारी कार्यालय व वीआइपी लोग इस मुहल्ले में रहते हैं तो निश्चित रूप से वार्ड की चमक भी और वार्डों की अपेक्षा कई गुणा बेहतर होनी चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं है. वार्ड तीन में व्याप्त समस्याएं से लोग परेशान हैं और लोगों की मानें तो वार्ड पार्षद व यहां स्थित सरकारी विभागों के पदाधिकारियों को यहां की समस्या से कोई लेना-देना नहीं हैं. घनी आबादी वाला इलाका सत्येंद्र नगर शहर का वीआइपी इलाका है, पर यहां सड़कों व नालियों की हालत काफी बदतर है. ग्रामीण इलाकों की तरह कच्ची सड़क व नाली का अभाव नगर पर्षद को मुंह चिढ़ा रहा है. गरमी हो या ठंड सड़कों पर जलजमाव रहता है. अवार्ड संख्या तीन के वार्ड पार्षद अशोक सिंह के कार्य से मुुहल्ले के लोग काफी नाराज हैं. लोग कहते हैं कि उन्हें वार्ड की समस्या का फिक्र ही नहीं है. तीन वर्षों में न तो विकास का कोई कार्य दिखता है और न ही मुहल्ले की कोई नाली व सड़क बनी है. वार्ड की समस्या पर जब लोगों से बात की गयी तो कई लोगों का कहना था कि वार्ड के विकास के लिए आये रुपये का कोई अता-पता नहीं है. अगर काम हुआ होता तो जरूर दिखता. वार्ड पार्षद द्वारा मुहल्ले का अगर विकास किया गया है तो उनके द्वारा योजना का नाम व रुपये का उल्लेख कर एक बोर्ड सार्वजनिक रूप से लगा दें. इस क्रम में कुछ लोगों ने अपनी बातों को प्रमुखता से रखा.———————वार्ड तीन की सबसे बड़ी समस्या नाली का अभाव है. नाली नहीं बनने के कारण गंंदे पानी का बहाव सड़कों पर या खाली पड़ी जमीन पर हो रहा है. आये दिन विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है. नाली नहीं बनने से काफी परेशानी हो रही है. पप्पू सिंह, सत्येंद्र नगर मुहल्लावासीसड़कों का अभाव है. शहर में रहता हूं पर लगता है कि गांव की जिदंगी जी रहा हूं. कच्ची सड़क के कारण सड़क की मिट्टी व धूल की एक मोटी परत घर में जम जाती है. आज तक सड़क की नापी नहीं की जा सकी. वेद प्रकाश, मुहल्लावासीवार्ड तीन की कई गलियां नालियों की पानी से भरा रहता है. कई सड़क बने ही नहीं है. नाली का कोई ठोर-ठिकाना नहीं है. गंदा पानी कहां बहाएं. वार्ड पार्षद को स्वच्छ से कोई मतलब नहीं है. मलय सिंह, मुहल्लावासीसत्येंद्र नगर मुहल्ले गलियों में लाइट नहीं लगी है. शाम होते ही अंधेरा पसर जाता है. बारिश होने पर सड़कों पर घुटने भर पानी जमा हो जाता है. इससे महिलाओं को काफी परेशानी होती है. नंदन कुमार, मुहल्लावासीजल्द होगा नाले का निर्माण वार्ड नंबर तीन के पार्षद अशोक सिंह ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए कृत संकल्पित हैं. नाले का निर्माण के लिए मास्टर प्लान बनाया गया है, शीघ्र ही नाले का निर्माण कराया जायेगा. लोगों को जल-जमाव की समस्या से जल्द मुक्ति मिलेगी.

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