कर्म व फल दिलाने वाला है श्रीमद् भागवत गंथ

कर्म व फल दिलाने वाला है श्रीमद् भागवत गंथ (फोटो नंबर-3,4) परिचय-संत की आरती उतारते मुख्य यजमान अनिल कुमार सिंह व उषा सिंह ,कथा सुनती महिलाएं कुटुंबा (औरंगाबाद) श्रीमद् भागवत मानवीय चेतना व कर्म फल दिलाने वाला अनुपम ग्रंथ है. ये बातें संत प्रवर अनुराग कृष्ण शास्त्री ने कुटुंबा पूरब बाजार में आयोजित श्रीमद् भागवत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 9, 2015 6:48 PM

कर्म व फल दिलाने वाला है श्रीमद् भागवत गंथ (फोटो नंबर-3,4) परिचय-संत की आरती उतारते मुख्य यजमान अनिल कुमार सिंह व उषा सिंह ,कथा सुनती महिलाएं कुटुंबा (औरंगाबाद) श्रीमद् भागवत मानवीय चेतना व कर्म फल दिलाने वाला अनुपम ग्रंथ है. ये बातें संत प्रवर अनुराग कृष्ण शास्त्री ने कुटुंबा पूरब बाजार में आयोजित श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा वाचन के दौरान कहीं. वृंदावन से पधारे संत प्रवर अनुराग शास्त्री द्वारा शाम सात बजे से महाआरती के बाद कथा वाचन सुनने के लिए सैकड़ों श्रोता पहुंचे थे. पांचवें दिन कुटुंबा मुखिया शकुंतला देवी ने शास्त्री जी के चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित किया. मुख्य यजमान अनिल कुमार सिंह व उषा सिंह ने संत की आरती उतारी. कथा के प्रारंभ में श्री शास्त्री ने कहा कि महापुराण की कथा सुनने से जन्म-जन्म का पाप धूल जाता है और जीवन पथ पर धर्म व अनुराग पूर्ण व्यवहार का समावेश होता है. कथा सुनने आये श्रोताओं से कहा कि यहां पर जितने लोग कथा सुनने आये हैं वे अगर सच्चे अर्थों में कथा सुन लें तो उनका जीवन धन्य हो जायेगा. उन्होंने कहा कि हजारों लोग कथा सुनने यहां पहुंचते हैं पर कथा को अपने जीवन में उतारने वाले सौ की संख्या में ही होते हैं. उन्होंने धर्मानुरागियों से कहा कि वे श्रीकृष्ण के अलौकिक पारलौकिक चारित्रिक गुण को अपने जीवन में उतारे तो उनको सांसारिक उलझनों से मुक्ति मिलेगी. इस दरम्यान संत के हृदय में भारतीय संस्कृति का प्रतीक गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का प्रदूषण व नगरीकरण के बाद उसका विलुप्त होने की दशा पर दर्द छलका. श्री शास्त्री ने कहा कि विश्व समुदाय में हमारी पहचान इन पवित्र व ऐतिहासिक नदियों के कारण है. अगर हम सब ईश्वरीय प्रतीक इन नदियों की जलधारा को फिर से प्रवाहित नहीं करते तो हमारी पहचान खो जायेगी. पांचवें दिन के कार्यक्रम में कृष्ण की बाल लीला, बालकृष्ण की माखनचोरी का कार्यक्रम संपन्न हुआ.

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