सांसद पर लगाये गये आरोप में विरोधाभाषी की बू : उदय
सांसद पर लगाये गये आरोप में विरोधाभाषी की बू : उदय औरंगाबाद कार्यालयसांसद सुशील कुमार सिंह पर नवीनगर के पूर्व लोजपा विधायक व 2015 विधानसभा चुनाव में नवीनगर से स्वतंत्र प्रत्याशी रहे विजय कुमार उर्फ डब्ल्यू सिंह द्वारा दिये गये उस बयान पर नवीनगर के पूर्व 20 सूत्री अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया […]
सांसद पर लगाये गये आरोप में विरोधाभाषी की बू : उदय औरंगाबाद कार्यालयसांसद सुशील कुमार सिंह पर नवीनगर के पूर्व लोजपा विधायक व 2015 विधानसभा चुनाव में नवीनगर से स्वतंत्र प्रत्याशी रहे विजय कुमार उर्फ डब्ल्यू सिंह द्वारा दिये गये उस बयान पर नवीनगर के पूर्व 20 सूत्री अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया जतायी है. जिसमें कहा गया कि सांसद ने ही मेरा टिकट कटवाया था और सांसद ने ही चुनाव लड़ने के लिए कहा था. श्री सिंह ने इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि सांसद पर लगाये गये असत्य व बेबुनियाद आरोप पर सफाई देना आवश्यक नहीं, पर सच्चाई से जनता को अवगत कराना जरूरी है. डब्ल्यू सिंह ने जो दोनों आरोप लगाये हैं दोनों विरोधाभाषी है. उनका आरोप है कि सांसद ने टिकट कटवा दिया और फिर उन्हीं के कहने पर चुनाव लड़े, दोनों कैसे संभव हो सकता है और फिर जब आप सांसद के इतने अाज्ञाकारी थे तो सांसद जब आपके घर पर चुनाव लड़ने पर पुनर्विचार करने के लिए कहने गये थे, तो फिर सांसद को आपका चिरौरी क्यों करना पड़ा था. वैसे आप चुनाव भी जीत जाते तो संतोष होता. लेकिन आपके चुनाव लड़ने के कारण भाजपा की हुई हार का दर्द यहां की जनता को जरूर है. यदि आप जीतने के लिए चुनाव लड़ा होता तो एक बात होती, लेकिन किसी को हराने के लिए लड़ा यह बात गले से नहीं उतरती. वैसे आप खुद जानते हैं कि आपका टिकट क्यों कटा. लेकिन आप अपनी कमी को समझने के बजाय दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. कहीं यह आपके लिए अंतिम पारी न होकर रह जाये. वैसे मेरा मानना है कि जिस तरह समुंद्र मंथन से निकले विष को जगत कल्याण के लिए महादेव ने पान किया था, उसी प्रकार सांसद पर आधारहीन व झूठे आरोप लगाने से किसी का भला होता है तो उसके लिए भी सांसद तैयार हैं.