सहस्त्रो धारा तालाब में स्नान करने से कुष्ट रोग से मिलती है मुक्ति !

सहस्त्रो धारा तालाब में स्नान करने से कुष्ट रोग से मिलती है मुक्ति !देवकुंड (औरंगाबाद)देवकुंड स्थित सहस्त्रोधारा तालाब में स्नान करने से लोगों को कुष्ठ रोग से मुक्ति मिलती है. ऐसी मान्यता है देवकुंड से संबंधित चर्चा अनेक धार्मिक ग्रंथों व पुराणों में भी मिली है. जब च्यवन ऋषि तपस्या में लीन थे तो उनके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2015 7:59 PM

सहस्त्रो धारा तालाब में स्नान करने से कुष्ट रोग से मिलती है मुक्ति !देवकुंड (औरंगाबाद)देवकुंड स्थित सहस्त्रोधारा तालाब में स्नान करने से लोगों को कुष्ठ रोग से मुक्ति मिलती है. ऐसी मान्यता है देवकुंड से संबंधित चर्चा अनेक धार्मिक ग्रंथों व पुराणों में भी मिली है. जब च्यवन ऋषि तपस्या में लीन थे तो उनके पूरे शरीर में दीमक लग गया था, जिसके वजह से उनके शरीर में कुष्ठ हो गया था. उस समय सुकन्या के तप से अश्विनी कुमार ने देवकुंड स्थित सहस्त्रो धारा तालाब में स्नान करने को कहा. मुनी को स्नान कर कुष्ठ से मुक्ति मिली थी. ये कथा त्रेतायुग की बतायी जाती है, लेकिन आज भी इस तालाब में स्नान करने से कुष्ठ रोग से मुक्ति मिलती है. हसपुरा बाजार निवासी व रॉकी हार्डवेयर चलानेवाले छोटे लाल गुप्ता की भी कहानी उसी कहानी से जुड़ी हुई है. उन्होंने बताया कि मेरी उम्र लगभग 20 वर्ष की थी, मेरी शादी हो गयी. उसके बाद मेरा शरीर कुष्ठ रोग से उजला हो गया. मेरी पत्नी गीता गुप्ता ने यह ठानी कि हमसे जब तक बनेगा मैं छठ व्रत करूंगी. मैं देवकुंड स्थित तालाब में सालों प्रत्येक सोमवार को स्नान करता हूं. इससे लगभग मेरा 95 प्रतिशत कुष्ठ बाधा से मुक्ति मिली है, ऐसे सचमुच में देवकुंड से संंबंधित उन सभी धार्मिक दृष्टि से पवित्र स्थलों को साक्ष्य पूर्वक उजागर कर दिया जाये. आज देव की तरह देवकुंड तनिक भी कम न रहे.

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