करमडीह में आठ लोग बुखार से आक्रांत
करमडीह में आठ लोग बुखार से आक्रांत20 दिन पहले डेंगू से हो चुकी है दो लोगों की मौत कुटुंबा (औरंगाबाद) थाना क्षेत्र के करमडीह गांव में डेंगू का कहर व्याप्त है. इस बीमारी से अब तक दो लोगों की मौत हो गयी है, जबकि आठ लोग आक्रांत है. जानकारी के अनुसार 20 दिन पहले गांव […]
करमडीह में आठ लोग बुखार से आक्रांत20 दिन पहले डेंगू से हो चुकी है दो लोगों की मौत कुटुंबा (औरंगाबाद) थाना क्षेत्र के करमडीह गांव में डेंगू का कहर व्याप्त है. इस बीमारी से अब तक दो लोगों की मौत हो गयी है, जबकि आठ लोग आक्रांत है. जानकारी के अनुसार 20 दिन पहले गांव के कई लोग रोजी -रोटी के लिए मुंबई गये थे. वहीं, काम करने के क्रम में उन लोगों को बुखार लग गया. सभी मरीजों ने वहां से साधारण डॉक्टर से इलाज कराया पर रोग पर नियंत्रण नहीं हो सका. घर आने के क्रम में रास्ते में ही राजेश भुइंया 35 की मौत हो गयी. परिजनों ने उसके शव को घर तक लाया. इसके बाद घर पहुंचने पर रोग से आक्रांत मंटु पासवान को निजी क्लिनिक में प्राथमिक उपचार कराने के बाद बेहतर इलाज हेतु बनारस ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान सोमवार को उसकी मौत हो गयी. गांव के दो व्यक्ति की मौत के बाद गांव में दहशत व्याप्त है. गांव के लोगों ने इसकी सूचना रेफरल अस्पताल कुटुंबा को दी. सूचना पाते ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ श्रीराम प्रसाद टीम के साथ उक्त गांव में पहुंचे. उन्होंने बताया कि मरीज बुखार, शरीर में दर्द तथा कमजोरी से परेशान थे. कुछ के जबड़ा से खून भी आ रहा है. एक मरीज के पूर्व में जांच किया गया रिपोर्ट को उन्होंने देखा तो पाया कि डेंगू का असर है. चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि प्लेटनेट भी काफी कम हो गया है. अपने पास डेंगू कीट नहीं रहने के कारण आठ मरीजो को सदर अस्पताल औरंगाबाद भेजा गया है. इन मरीजों में वृजु भुइंया (40), कामजी भुइंया (35), सुगन भुइंया(40), रघुपत भुइंया (35), अर्जुन भुइंया(35), तीलेश्वर भुइंया(35), कृष्णा भुइंया(25) व कामता भुइंया(35) का नाम शामिल हैं.जांच के बाद तीन पटना रेफरसदर अस्पताल औरंगाबाद में जांच के बाद तीन मरीजों को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया. इस आशय की जानकारी चिकित्सा पदाधिकारी ने दी. उन्होंने बताया कि पांच मरीजों की जांच में मलेरिया पाया गया है, जिन्हें घर वापस भेज दिया गया है. उनका इलाज जारी है पूर्व पंचायत समिति के सदस्य अवध किशोर पांडेय ने जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए गांव में चिकित्सक टीम भेजने की मांग की है.