आर्थिक नीतियों पर होता राज्य का विकास
आर्थिक नीतियों पर होता राज्य का विकासबिहार के विकास में कुटीर व लघु उद्योग के योगदान पर सिन्हा कॉलेज में हुआ सेमिनार औरंगाबाद (सदर)सोमवार को सच्चिदानंद सिन्हा महाविद्यालय में स्नातकोत्तर भूगोल विभाग द्वारा एक सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार का विषय ‘बिहार के विकास में कुटीर व लघु उद्योग का योगदान’ था. सेमिनार की […]
आर्थिक नीतियों पर होता राज्य का विकासबिहार के विकास में कुटीर व लघु उद्योग के योगदान पर सिन्हा कॉलेज में हुआ सेमिनार औरंगाबाद (सदर)सोमवार को सच्चिदानंद सिन्हा महाविद्यालय में स्नातकोत्तर भूगोल विभाग द्वारा एक सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार का विषय ‘बिहार के विकास में कुटीर व लघु उद्योग का योगदान’ था. सेमिनार की अध्यक्षता सिन्हा कॉलेज के प्राचार्य डाॅ ओमप्रकाश सिंह ने की. इस दौरान प्राचार्य ने कहा कि किसी भी राज्य का विकास उसके आर्थिक नीतियों पर होता है. बिहार के विकास में कुटीर व लघु उद्योग का योगदान आवश्यक है. इससे रोजगार पैदा होंगे और राज्य की अर्थ व्यव्स्था भी सुधरेगी. इस दिशा में राज्य सरकार का सहयोग भी बेहद जरूरी है. सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार विश्वविद्यालय मुज्जफरपुर एमडीडीएम कॉलेज के स्नातकोत्तर भूगोल के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो डाॅ गुप्तेश्वर शर्मा का स्वागत माल्यार्पण व अंग वस्त्र प्रदान कर किया गया. उन्होंने अपने संबोधन में राज्य व देश के आर्थिक विकास पर मुख्य रूप से चर्चा की. उन्होंने कहा कि राज्य में सरकार द्वारा कुटीर व लघु उद्योग को प्रोत्साहना देना अति आवश्यक है. अगर सरकार इस दिशा में कार्य करती है तो बिहार के लोगों का भविष्य सुधर सकता है. इस मौके पर उपस्थित प्रो डाॅ रामाधार सिंह ने भी संबोधित किया और संबंधित विषय पर प्रकाश डाले. उदाहरण देते हुए दाउदनगर का पितल उद्योग, ओबरा का कालीन व दरी उद्योग, महाराजगंग का कपड़ा उद्योग की जानकारी देते हुए कहा कि देश व विदेश में अपनी प्रसिद्धि पा रहे हैं, लेकिन यहां की सरकार इसे उपेक्षित रखे हुए है. इस मौके पर प्रो डाॅ सिद्धेश्वर सिंह, प्रो विजय कुमार, प्रो ललीता सिंह, प्रो शिवपूजन सिन्हा, प्रो कासीम, परशुराम भारती, जितेंद्र कुमार, पदमा, अजीत कुमार, आनंद कुमार, ज्योति कुमारी व कुंदन कुमार उपस्थित थे.