गिरफ्तार नक्सली ने संगठन के खोले कई राज

गिरफ्तार नक्सली ने संगठन के खोले कई राजपुलिस वाहन उड़ाने की थी योजना (फोटो नंबर-6) कैप्शन- गिरफ्तार अपराधियों के साथ प्रेस वार्ता करते एसपी बाबू राम व अन्य(लीड) औरंगाबाद (नगर) देव थाने की पुलिस के हत्थे चढ़े करमडीह गांव के नक्सली समर्थक चंदन कुमार ने संगठन के कई राज पुलिस के खोले हैं. मंगलवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2015 7:02 PM

गिरफ्तार नक्सली ने संगठन के खोले कई राजपुलिस वाहन उड़ाने की थी योजना (फोटो नंबर-6) कैप्शन- गिरफ्तार अपराधियों के साथ प्रेस वार्ता करते एसपी बाबू राम व अन्य(लीड) औरंगाबाद (नगर) देव थाने की पुलिस के हत्थे चढ़े करमडीह गांव के नक्सली समर्थक चंदन कुमार ने संगठन के कई राज पुलिस के खोले हैं. मंगलवार को समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में पुलिस अधीक्षक बाबू राम ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि पुलिस वाहन को उड़ाने व विध्वंशककारी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से नक्सली कमांडर अभिजीत जी कुछ अन्य साथियों के साथ करमडीह गांव में इक्ट्ठा हुए थे. इसकी गुप्त सूचना पुलिस को मिली. इसके आधार पर देव थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार, दारोगा अविनाश कुमार, प्रशांत कुमार, सीआरपीएफ अधिकारी सशस्त्र बल के साथ छापेमारी करने के लिए भेजा गया. इन पदाधिकारियों ने करमडीह गांव के चंदन कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की. इस दौरान उसने बताया कि नक्सली कमांडर अभिजीत जी कुछ अन्य नक्सलियों के साथ हमारे घर आये थे. मिटिंग करने के बाद 340 कारतूस व अन्य विस्फोटक सामान रख कर चले गये. पुलिस ने इसके आधार पर आगे की कार्रवाई शुरू की, जहां से 340 राउंड जिंदा कारतूस, एक बंडल कॉपर बिजली का तार, 15 मीटर कोडेक्स वायर सहित अन्य सामान को बरामद किया गया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ये सभी विस्फोटक सामग्री पुलिस गश्ती वाहन को उड़ाने के लिए रखा गया था, लेकिन नक्सली अपने मंसूबे पर कामयाब नहीं हो सके. नक्सली संगठन को हथियार पहुंचता था विपिन व सबिरपुलिस अधीक्षक ने बताया कि रफीगंज से जिन दो लोगों को अवैध हथियार के साथ पकड़ा गया है, वे लोग नक्सली संगठन को हथियार बना कर पहुंचाते हैं. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि रफीगंज में अवैध रूप से मिनी गन फैक्टरी चल रहा है. इसके आधार पर सोमवार को रफीगंज पुलिस इंस्पेक्टर एसके सुमन व थानाध्यक्ष अंजय चौधरी ने गया पुलिस के सहयोग से छापेमारी की, जहां से विपिन विश्वकर्मा उर्फ बिगन मिस्त्री व मोहम्मद साबीर को गिरफ्तार किया गया. इनलोगों के पास से एक थर्नट, दो पिस्तौल, तीन जिंदा कारतूस, तीन खोखा, 21 अर्धनिर्मित वाड़ी, एक हजार बैरल, तीन रेती, दो हैमर, चार सड़सी, दो छैनी, दो पंचू, दो पिलास व हथियार बनाने वाला अन्य औजार बरामद किया गया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हथियार अपने हाथों से तैयार कर उग्रवादी संगठन को उपलब्ध कराते थे. वर्ष 1994 में विपिन विश्वकर्मा अन्य नक्सलियों के साथ गया जेल में गया था. जेल से छूटने के बाद फिर से हथियार बनाने के कारोबार में जुट गया. प्रेस वार्ता के दौरान सीआरपीएफ अधिकारी टीएन सिंह, एएसपी अभियान राजेश भारती, एसडीपीओ पीएन साहू, इंस्पेक्टर सरोज कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे.

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