सिंचाई विभाग के अधिकारियों से काफी दुखी हैं किसान
सिंचाई विभाग के अधिकारियों से काफी दुखी हैं किसानबेमौसम नहर में पानी आने से खेतों में पहुंचा, फसल बरबाद (फोटो नंबर-16) परिचय-महुअरी कैनाल में बह रहा पानी अंबा (औरंगाबाद)सिंचाई विभाग के अधिकारियों के कार्य करने के तरीके से किसान बहुत परेशान हैं. जब पानी की आवश्यकता होती है, तो नहर से पानी नहीं छोड़ जाता […]
सिंचाई विभाग के अधिकारियों से काफी दुखी हैं किसानबेमौसम नहर में पानी आने से खेतों में पहुंचा, फसल बरबाद (फोटो नंबर-16) परिचय-महुअरी कैनाल में बह रहा पानी अंबा (औरंगाबाद)सिंचाई विभाग के अधिकारियों के कार्य करने के तरीके से किसान बहुत परेशान हैं. जब पानी की आवश्यकता होती है, तो नहर से पानी नहीं छोड़ जाता है और अब जब पानी की जरूरत नहीं है,तो नहर में पानी छोड़ा जा रहा है. नहर का पानी महुअरी कैनाल से लाभांवित किसानों के लिए सिरदर्द बन गया है. कई गांव के खेत में पानी चले जाने से किसानों के खेत में लगी धान की फसल की कटनी बाधित हो गयी है, तो कई किसानों के खेत में काट कर छोड़ा गया धान पानी में बरबाद हो गया है. किसानों का कहना है कि जब पानी की जरूरत थी, तो विभाग के अधिकारी बराज में पानी नहीं होने का रोना रोते थे. अब जब महीनों से बारिश नहीं हुई है, तो नहर में पानी कहां से आ रहा है. नहर में पानी नहीं आने से पहले तो प्रखंड के हजारों एकड़ धान की फसल सूख गयी और अब सैकड़ों बीघा धान खेतों में पानी आ जाने से बरबाद हो रही है. इससे ओरडीह, सूही, बतसपुर, खपिया व सिमरी आदि गांव के किसान गंभीर रूप से परेशान हैं. किसान अजीत कुमार सिंह, विनय कुमार सिंह, सुदर्शन पांडेय, लखन यादव ने बताया कि विभाग के अधीक्षण अभियंता बीके सिन्हा को नहर से हो रही परेशानी के बारे में जानकारी दी गयी है, पर उनके द्वारा कोई पहल नहीं की गयी. इस संबंध में बीके सिन्हा ने बताया कि बराज में पानी नहीं है. मुख्य नहर में जमाव का पानी महुअरी कैनाल में जा रहा है. किसानों ने विभाग के अधिकारियों से नहर के इमरजेंसी गेट उठा कर नदी में पानी बहाने की मांग की है.