आपदा प्रबंधन नहीं दिया साथ, तो शक्षिकों ने बढ़ाये हाथ

आपदा प्रबंधन नहीं दिया साथ, तो शिक्षकों ने बढ़ाये हाथ बहुआरा के अग्नि पीड़ित खुले में रह कर भूख मिटाने के लिए तरस रहे, मुखिया भी नहीं सुने शिक्षकों ने पीड़ितों को दिये जरूरी सामान फोटो नंबर-35,परिचय- पीड़ितों को सहायता उपलब्ध कराते शिक्षककुटुंबा(औरंगाबाद)कुटुंबा थाना क्षेत्र के बहुआरा गावं में पिछले सप्ताह घटी अगलगी की घटना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2015 6:56 PM

आपदा प्रबंधन नहीं दिया साथ, तो शिक्षकों ने बढ़ाये हाथ बहुआरा के अग्नि पीड़ित खुले में रह कर भूख मिटाने के लिए तरस रहे, मुखिया भी नहीं सुने शिक्षकों ने पीड़ितों को दिये जरूरी सामान फोटो नंबर-35,परिचय- पीड़ितों को सहायता उपलब्ध कराते शिक्षककुटुंबा(औरंगाबाद)कुटुंबा थाना क्षेत्र के बहुआरा गावं में पिछले सप्ताह घटी अगलगी की घटना में प्रवेश पासवान व अर्जुन पासवान का घर समेत पूरा सामान जल कर खाक हो गया था. ठंड में भी पीड़ित परिवार खुले में रहने को विवश हैं. इसके बाद भी न तो उन्हें सरकार का आपदा प्रबंधन काम आया और न ही रेड क्रॉस सोसाइटी. आग लगने के बाद दोनों ही परिवार तन ढ़कने के लिए कपड़े व भूख मिटाने के लिए अनाज के लिए तरस रहे हैं. पीड़ितों ने बताया मुखिया के पास भी गुहार लगायी, पर वहां से भी फटकार ही मिली. उनकी व्यथा सुनने वाला कोई भी सरकारी महकमा नहीं है. उनकी दशा देख उरदाना प्राइमरी स्कूल के शिक्षक विनोद चौहान ने सहायता के लिए हाथ बढ़ाया. उन्होंने जब अपनी ओर से पीड़ित परिवार को सहायता देना शुरू किया और अपने शिक्षक समुदाय में उनकी सहयोग करने का आग्रह किया, तो कई अन्य शिक्षक भी साथ हो गये. सोमवार को अवकाश प्राप्त शिक्षक देवनंदन राम के नेतृत्व में सीआरसीसी उदय कुमार, शिक्षक श्रीकांत कुमार, राजीव रंजन कुमार, महेंद्र चौधरी, बद्रे आलम, खुर्शीदा बानो, प्रदीप कुमार, विमल चौहान, नीलम कुमारी, दिव्या केशव, रवींद्र कुमार मेहता, अरविंद कुमार, धर्मेंद्र कुमार सिंह आदि ने पीड़ित परिवार को कंबल, तिरपाल, शाल, थैला के साथ नकद रुपये सहयोग के रूप मे प्रदान किया. इधर अध्यानखाप के सहाबु नट ने भी पीड़ित परिवार को वस्त्र देकर सहयोग किया. घटना के बाद कांग्रेसियों ने पीड़ितों की सहायता की थी. आपदा प्रबंधन में रुपये का अभावआपदा प्रबंधन से पीड़ित परिवार को सहायता उपलब्ध नहीं कराने के संबंध में सीओ ठुईंया उरांव ने बताया कि अंचल में पैसे नहीं हैं. इसके लिए जिला के वरीय अधिकारी को लिखा गया है. पीड़ित परिवार को सहयोग के लिए रेड क्रॉस सोसाइटी को भी लिखा गया है. उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार के क्षति का आकलन कराया गया है.

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