कोहरे की चादर ओढ़ आयी ठंड, घरों में दुबके लोग

स्कूली बच्चों को घर से निकलना मुश्किल, वाहन चालकों को हुई परेशानी औरंगाबाद (ग्रामीण) : सोमवार की सुबह जब लोगों की निंद खुली तो लगा कि रात अभी और बाकी है. लेकिन जब घड़ी का समय सात बजते देखा गया तो लोगों का एहसास हुआ कि अभी रात नहीं घने कोहरे हैं. उस समय चारों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 8, 2015 8:32 AM
स्कूली बच्चों को घर से निकलना मुश्किल, वाहन चालकों को हुई परेशानी
औरंगाबाद (ग्रामीण) : सोमवार की सुबह जब लोगों की निंद खुली तो लगा कि रात अभी और बाकी है. लेकिन जब घड़ी का समय सात बजते देखा गया तो लोगों का एहसास हुआ कि अभी रात नहीं घने कोहरे हैं.
उस समय चारों तरफ चिड़िया चहचहा रही थी. बच्चे भी घने कोहरे में स्कूल जाने को विवश थे. यह घने कोहरे इतने थे कि महज 30 फुट की दूरी भी देखना मुश्किल था. वाहन चालकों की तो बात ही दूर लोगों का पैदल चलना भी अंधेरे में जाने के बराबर था.
दोपहर 11 बजे के बाद ही सूर्य की रोशनी दिखायी दी. तब जाकर लोगों को कुछ राहत मिली. घने कोहरे से एनएच टू पर वाहन चालकों को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा. यहां हर रोज तेज रफ्तार से वाहन चलती थी वहां सोमवार को धीमी गति के साथ लाइट जला कर वाहनों को चलना पड़ा. थोड़ी ही दूर पर आवाज का सहारा लेना पड़ रहा था.
कुहासे से बच्चे रहे परेशान
एक तरफ जहां हर रोज बच्चे बिना स्वेटर, मफलर के स्कूल जा रहे थे, तो सोमवार को सिर पर मफलर, टोपी व शरीर में गरम कपड़े पहनकर घर से बाहर निकले. ये स्थिति सिर्फ बच्चों को ही नहीं बल्कि सभी लोगों को देखा गया. बाइक चालकों ने तो ऊनी कपड़े व जैकेट के साथ-साथ हेलमेट व हाथों में दस्ताने भी लगाये दिखे. कुहासे बढ़ते ही लोगों को ठंड का असर सताने लगा है. सोमवार को बाजारों में भी ठंड से बचाव के लिए ऊनी कपड़ों की खरीदारी के लिए भीड़ देखी गयी.

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