औरंगाबाद-गया बार्डर पर मुठभेड़, माओवादी बंकर से सामान बरामद
औरंगाबाद-गया बार्डर पर मुठभेड़, माओवादी बंकर से सामान बरामदतीन माओवादी लीडरों को गोली लगने की संभावनामोबाइल व पिठू बरामद, सर्च अभियान जारीप्रतिनिधि, औरंगाबाद (ग्रामीण)औरंगाबाद व गया जिलों की सीमा पर मदनपुर व बांकेबाजार प्रखंडों के डुमरी-लंगुराही (खैरा-गंजवा) जंगल में शुक्रवार को कांबिंग ऑपरेशन के दौरान पुलिस व प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा-माओवादी के बीच मुठभेड़ हो […]
औरंगाबाद-गया बार्डर पर मुठभेड़, माओवादी बंकर से सामान बरामदतीन माओवादी लीडरों को गोली लगने की संभावनामोबाइल व पिठू बरामद, सर्च अभियान जारीप्रतिनिधि, औरंगाबाद (ग्रामीण)औरंगाबाद व गया जिलों की सीमा पर मदनपुर व बांकेबाजार प्रखंडों के डुमरी-लंगुराही (खैरा-गंजवा) जंगल में शुक्रवार को कांबिंग ऑपरेशन के दौरान पुलिस व प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा-माओवादी के बीच मुठभेड़ हो गयी. माओवादी लड़ाकू दस्ते ने अत्याधुनिक हथियारों से जवानों पर हमला किया. जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिससे माओवादियों के पैर उखड़ गये. इसके बाद घटनास्थल पर माओवादी बंकर से पुलिस ने 10 मोबाइल फोन, काफी संख्या में कंबल व नक्सली साहित्य सहित माओवादियों के प्रयोग में आनेवाले कई प्रकार के सामान बरामद किये. सतर्कता से माओवादी हमले से बचे जवान औरंगाबाद एएसपी (अभियान) राजेश भारती ने बताया कि गया व औरंगाबाद की सीमा पर स्थित जंगल में माअोवादी दस्ते के ठहरे होने की सूचना औरंगाबाद एसपी बाबूराम को मिली. माओवादियों को घेरने के लिए एक रणनीति बना कर कांबिंग ऑपरेशन शुरू किया गया. ऑपरेशन में कोबरा, सीआरपीएफ के 153 व 159 बटालियन, एसटीएफ, जिला पुलिस के जवान व अधिकारी शामिल रहे. मुठभेड़ के दौरान जवानों व अधिकारियों ने माओवादियों को सरेंडर करने की चेतावनी दी. इसके बावजूद माओवादियों ने जवानों पर फायरिंग जारी रखी. तब, अधिकारियों व जवानों ने मोर्टार, एलएमजी सहित अन्य अत्याधुनिक हथियारों से माओवादी दस्ते का मुंहतोड़ जवाब दिया. एएसपी ने बताया कि लगभग 20 मिनट तक चली मुठभेड़ में माओवादियों को काफी नुकसान हुआ है. माओवादियों के बंकर से 10 मोबाइल व पिठू (बिंडोलिया) बरामद हुए हैं. मोबाइल व पिठू पर लगे गोली के निशान से संभावना है कि शीर्ष नक्सली नेता परमजीत, राजीव व अखिलेश या तो मारे गये हैं या घायल हुए हैं. एएसपी अभियान का मानना है कि जिस तरह से गोली लगी है, उससे बचने की संभावना कम ही है. जंगलतटीय इलाके में नक्सलियों को पकड़ने के लिए सर्च अभियान जारी है. हौसलाऔफजाई करने एसएसपी पहुंचीं घटनास्थल पर : मुठभेड़ की सूचना मिलते ही एसएसपी गरिमा मलिक अपनी टीम के साथ आमस थाने के रास्ते सात पहाड़ियों को पार कर डुमरी-लंगुराही जंगल पहुंचीं और घटना का जायजा लिया. पहाड़ों व जंगलों के बीच महिला एसएसपी को देख जवानों व अधिकारियों के हौसले बुलंद हो गये. एसएसपी ने माओवादी बंकर से मिले मोबाइल फोन व नक्सली साहित्य सहित अन्य सामान का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने कोबरा, सीआरपीएफ, एसटीएफ व जिला पुलिस के जवानों को कई दिशा-निर्देश दिये. माओवादी संगठन की बैठक होने की मिली थी सूचना सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, लंगुराही के समीप जंगल में भाकपा माओवादी संगठन के शीर्ष नक्सली बैठक के लिए जमा हुए थे. इसी दौरान सर्च अभियान में लगे पुलिस जवानों को बैठक की भनक लगी और वे मौके पर पहुंच गये. इसके बाद दोनों तरफ से मुठभेड़ शुरू हो गयी. अभी स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो सकी है कि मुठभेड़ में कोई हताहत हुआ या नहीं.