नगर पर्षद के वार्ड 33 में सर्फि वार्ड पार्षद के आसपास ही विकास

नगर पर्षद के वार्ड 33 में सिर्फ वार्ड पार्षद के आसपास ही विकाससड़क व नाली बनने से समस्या जबरदस्त (फोटो नंबर-26)कैप्शन- निर्माणाधिन सड़क औरंगाबाद (सदर)माना जाता है कि किसी भी नगर का शुरुआती भाग व अंतिम भाग को देख पूरे शहर की सुंदरता का अंदाजा लगाया जा सकता है. पर यहां की नगर पर्षद को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2015 7:05 PM

नगर पर्षद के वार्ड 33 में सिर्फ वार्ड पार्षद के आसपास ही विकाससड़क व नाली बनने से समस्या जबरदस्त (फोटो नंबर-26)कैप्शन- निर्माणाधिन सड़क औरंगाबाद (सदर)माना जाता है कि किसी भी नगर का शुरुआती भाग व अंतिम भाग को देख पूरे शहर की सुंदरता का अंदाजा लगाया जा सकता है. पर यहां की नगर पर्षद को इसकी जरा भी परवाह नहीं. यही नहीं बल्कि जन प्रतिनिधि भी इस ओर संवेदन शून्य है. वार्ड 33 में सिर्फ वार्ड पार्षद के आस-पास के इलाके में कुछ काम हुआ दिखायी देता है. बाकी के पूरे इलाके में सड़क, नाली, जल निकासी, पेयजल सुविधा व लाइट की समस्या जबरदस्त है. ऐसा लगता है कि इस वार्ड को भी मुख्य पार्षद ने उपेक्षित रखा हो. वार्ड के विकास पर गंभीरता नहीं दिखायी गयी है. स्थानीय लोग से वार्ड की समस्या पूछने पर चिढ़ से जाते हैं. कहते हैं जो विकास कार्य हुआ नहीं उसकी क्या चर्चा की जाये. वार्ड 33 के गांधी नगर में सड़क व नाली बनी दिखती है, वहीं पिपरडीह मुहल्ले में लगभग डेढ़ किलोमीटर सड़क का निर्माण शहरी विकास योजना से कराया जा रहा है. पर इससे पूरे वार्ड का विकास सफल नहीं होता है. वार्ड की अधिकतर सड़कें राष्ट्रीय राज मार्ग से जुड़ी हैं, जो बेहद कठिनाई भरी है. उबड़-खाबड़ रास्ते दुर्घटना का इंतजार करती रहती हैं. वार्ड में सफाई भी गंभीर मसला है. इस पर सफाईकर्मी जरा भी ध्यान नहीं देते. वार्ड 33 हाल के दिनों में बड़ी तेजी कई मकाने बने हैं और बन भी रहे हैं. इन सबके समक्ष जल निकासी की समस्या बहुत गंभीर है. सड़क का अभाव इन्हें परेशानी में डाले रहता है. स्वच्छता को लेकर भी नगर पर्षद की ओर से कोई पहल नहीं की जाती. वार्ड के गरीब लोगों को शौचालय की जरूरत महसूस होती है, पर इन्हें भी इस लाभ से वंचित रखा गया है. नतीजतन खुले में शौच करने वाले लोगों की संख्या भी यहां कम नहीं. हर बुनियादी सुविधाओं से कटे होने के बावजूद वार्ड 33 नगर पर्षद का नाक बना हुआ है. —————————– वर्षों से समस्याएं जस के तस वार्ड में नगर पर्षद द्वारा किसी प्रकार का कोई काम नहीं किया गया है. इसे वार्ड पार्षद की नाकामी समझे या मुख्य पार्षद की उपेक्षा. वार्ड की बहुत सी समस्या वर्षों से जस के तस हैं. इस पर कोई कार्य हुआ ही नहीं है. शहरी विकास योजना से पिपरडीह में सड़क बन रही है, जो एक बड़ी राहत है. शंकर यादव, पिपरडीहसिन्हा कॉलेज के मुख्य सड़क बनने से लोगों का यातायात व्यवस्था सुधरा है. सड़क खराब होने के कारण बहुत दिक्कत होती थी. अब यहां सड़क बनने से जाम भी नहीं लगता और रात के अंधेरे में भी कोई परेशानी नहीं होती. वार्ड पार्षद आगे भी काम कराने का आश्वासन दिये हैं.संजय कुमार श्याम, सिन्हा कॉलेज मोड़वार्ड में चापाकल, लाइट व पीसीसी सड़क, नाली की बहुत जरूरत है. इस पर कोई काम नहीं हो रहा है. सब जर्जर स्थिति में है. नगर पर्षद को इस पर ध्यान देते हुए जल्द इस पर कार्य करना चाहिए. वार्ड की समस्या दूर होगी तभी शहर विकसित होगा. चंद्रकांत कुमार सिन्हा, कॉलेज मोड़वार्ड के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ तो मिला है, पर बुनियादी सुविधाओं से उन्हें वंचित रखा गया है. नगर पर्षद का रवैया अच्छा नहीं है. वार्ड के लोग समस्या से घिरे हैं, इस पर काम करने की जरूरत है. जब शहर में रहते हैं तो शहर जैसा लाभ भी मिलना चाहिए.नरेश कुमार, रमडिहावार्ड में कुछ विकास कार्य नहीं होते देख ऐसा लगता है कि मुख्य पार्षद वार्ड पार्षद से नाराज हैं. तभी तो बाकी वार्ड पार्षदों को विकास के लिए बहुत रुपये मिले और इस वार्ड को बहुत थोड़ा. गांधी नगर में जो काम हुआ वही दिखता है बाकी जगह तो काम ही काम बाकी है.मंटू कुमार, गांधी नगर———————————–10 चापाकलों की और है जरूरत नगर पर्षद के वार्ड 33 की पार्षद निशा देवी हैं. इनके प्रतिनिधि अनिल यादव ने बताया कि वार्ड को नगर पर्षद ने ही उपेक्षित रखा है. मुख्य पार्षद सभी वार्डों के विकास के प्रति ईमानदारी नहीं दिखाते. वार्ड 33 को उपेक्षित रखे हैं. अभी तक इस वार्ड में मात्र 20 लाख रुपये ही नगर विकास से प्राप्त हुआ था. इससे पीसीसी सड़क व नाली बनाया गया. वार्ड में एक चापाकल मिला है, जबकि अभी 10 चापाकल कम से कम चाहिए. वार्ड में रोशनी के लिए 28 लाइट मिले हैं, पर वो भी पर्याप्त नहीं है. कम से कम इस वार्ड को 50 लाइट की आवश्यकता है. तब जाकर वार्ड जगमगा होगा. सबसे महत्वपूर्ण समस्या इस वार्ड की सड़क व नाली है. वार्ड के सारे इलाके के सड़कों को योजना में शामिल किया जाना चाहिए और पीसीसी होना चाहिए. वार्ड में सात लोगों को शौचालय मिला है. 40 अन्य लोगों को भी चिह्नित किया गया है, जिन्हें जल्द शौचालय का लाभ दिया जायेगा. वार्ड के विकास के प्रति प्रयासरत हूं बस मुख्य पार्षद का सहयोग चाहिए.

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