शराब व्यवसायियों ने सरकार की नीतियों का किया विरोध
शराब व्यवसायियों ने सरकार की नीतियों का किया विरोध समाहरणालय के समक्ष दिया धरना, कहा-पूर्ण शराब बंदी हो तो स्वागत(फोटो नंबर-23)कैप्शन- समाहरणालय गेट के पास धरना देते शराब कारोबारी औरंगाबाद (ग्रामीण) बिहार सरकार की गलत नीतियों के विरुद्ध शुक्रवार को शराब व्यवसायियों ने खुदरा शराब अनुज्ञप्तिधारी संघ के बैनर तले समाहरणालय के समक्ष धरना दिया. […]
शराब व्यवसायियों ने सरकार की नीतियों का किया विरोध समाहरणालय के समक्ष दिया धरना, कहा-पूर्ण शराब बंदी हो तो स्वागत(फोटो नंबर-23)कैप्शन- समाहरणालय गेट के पास धरना देते शराब कारोबारी औरंगाबाद (ग्रामीण) बिहार सरकार की गलत नीतियों के विरुद्ध शुक्रवार को शराब व्यवसायियों ने खुदरा शराब अनुज्ञप्तिधारी संघ के बैनर तले समाहरणालय के समक्ष धरना दिया. धरना में वैसे लोग भी मौजूद थे जो शराब के कारोबार से जुड़ कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं. धरना के माध्यम से मुख्यमंत्री, उत्पाद विभाग मंत्री सहित सरकार में शामिल अन्य मंत्रियों व विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध आक्रोशित नारे भी लगाये. रामप्रवेश सिंह, धर्मेंद्र कुमार, सुमन सिंह, शैलेस सिंह, संटू सिंह, हरेंद्र सिंह, अमरेंद्र सिंह, मुन्ना सिंह, पप्पू गुप्ता व अमरदीप गुप्ता आदि लोगों का कहना था कि शराब बंदी का हम स्वागत करते हैं. लेकिन, धूर्ततापूर्ण मंसा जो सरकार की है उसका हम विरोध करेंगे. उत्पाद विभाग के सचिव द्वारा जिलों के उत्पाद अधीक्षकों को पत्र के माध्यम से अंगरेजी शराब दुकान बीएसएल के माध्यम से चलाने के लिए जो जगह चिह्नित करने के लिए कहा गया है वह सरकार की धूर्ततापूर्ण मंसा को दर्शाता है. सरकार पूर्ण नशा बंदी करें. यदि यह जनहित में अावश्यक है तो पूर्ण नशाबंदी हो, न कि सरकार खुद बेचे तथा व्यवसायियों को प्रतिबंधित करें. यदि शराब से लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है तो सिर्फ देश शराब बंद क्यों. आखिर विदेशी शराब की बिक्री सरकार क्यों जारी रखना चाहती है, क्या वह हानिकारक नहीं है. सरकार अमीर को शराब पीलाकर मारना चाहती है. शराब से जुड़े हजारों लोग प्रभावित होंगे. हमलोग इसका विरोध करेंगे. धरना समाप्ति के उपरांत संघ का एक शिष्टमंडल अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौपा.