टीम एकजुट होकर खेलेगी, जीतेंगे वश्वि कप : ईशान

टीम एकजुट होकर खेलेगी, जीतेंगे विश्व कप : ईशान 19 विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट के भारतीय टीम के कप्तान ईशान किशन का पैतृक गांव गोरडीहा में हुआ भव्य स्वागतपरदादा व दादा का पैर छूकर लिया आशीर्वादफोटो नंबर-28,29,30,परिचय-मुखिया भगवान सिंह एवं अपने परिजनों के साथ ईशान किशन तथा परदादा राजनन्दन पांडेय से बात करते ईशानदाउदनगर (अनुमंडल) […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2015 7:04 PM

टीम एकजुट होकर खेलेगी, जीतेंगे विश्व कप : ईशान 19 विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट के भारतीय टीम के कप्तान ईशान किशन का पैतृक गांव गोरडीहा में हुआ भव्य स्वागतपरदादा व दादा का पैर छूकर लिया आशीर्वादफोटो नंबर-28,29,30,परिचय-मुखिया भगवान सिंह एवं अपने परिजनों के साथ ईशान किशन तथा परदादा राजनन्दन पांडेय से बात करते ईशानदाउदनगर (अनुमंडल) .बांग्लादेश में जनवरी में होनेवाले अंडर-19 विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट के भारतीय टीम के कप्तान ईशान किशन का भव्य स्वागत उनके पैतृक गांव गोरडीहा में किया गया. इसका नेतृत्व गोरडीहा पंचायत के मुखिया भगवान सिंह ने किया. ईशान मंगलवार की दोपहर अपने पिता प्रणव पांडेय उर्फ चुन्नु, मां सुचित्रा सिंह व भाई राजकिशन के साथ अपने गांव पहुंचा तथा अपने परदादा राजनंदन पांडेय व दादा रामअनुग्रह पांडेय का पैर छू कर आशीर्वाद लिया. मुखिया ने पंचायत की ओर से ईशान को सम्मानित करते हुए कहा कि जिले के साथ-साथ पूरे बिहार का गौरव बढ़ा है. मौके पर मुखिया लव कुमार सिंह, पंचायत समिति सदस्य कौशल शर्मा, अभिषेक कुमार, राजेश उर्फ भीम पांडेय के अलावे काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे. किसी प्रकार का नहीं है प्रेशर : ईशान किशन ने कहा कि अंडर-19 विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट का भारतीय टीम का कप्तान बनने के बाद किसी प्रकार का कोई प्रेशर नहीं है. हमारी टीम एकजुट होकर खेलेगी और हम जीत कर आयेंगे. बांग्लादेश में यह टूर्नामेंट 22 जनवरी से शुरू होना है. ईशान के नेतृत्व में भारतीय टीम 27 जनवरी को अपना पहला मैच आस्ट्रेलिया से खेलेगी. इससे पहले 17 जनवरी तक नेशनल क्रिकेट एकेडमी बेंगलुरु में प्रशिक्षण शिविर है. ईशान ने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देते हुए कहा कि छुट्टी के दिनों में हम दोनों भाइयों को लेकर पिता अभ्यास कराने पटना के मोइनुल हक स्टेडियम ले जाया करते थे. बीसीए, सीएबी, आरसीसी व सीएपी के तहत प्रशिक्षण मिला. इसके बाद 2011 में झारखंड से खेलने चले गये. बेहतर से बेहतर प्रदर्शन करने का मैं प्रयास करूंगा और मेरा लक्ष्य है कि अपने प्रदर्शन के बदौलत मैं अपना मुकाम इंडिया टीम में बना सकूं. मेहनत से पायी सफलता : कभी पटना में ईशान के साथ प्रैक्टिस कर चुके दाउदनगर के वार्ड संख्या-15 निवासी प्रफुल्ल चंद्र सिंह भी उन्हें बधाई देने पहुंचे. प्रफुल्ल ने अपनी यादें ताजा करते हुए कहा कि ईशान ने अपनी मेहनत व प्रतिभा के बल पर यह सफलता हासिल की है. एक वाक्या याद करते हुए प्रफुल्ल ने बताया कि वर्ष 2004 में पटना में सुखदेव नारायण स्कूल टूर्नामेंट में मनीष आनंद की कप्तानी वाली टीम में ईशान सबसे छोटा खिलाडी था. तब सिने स्टार शत्रुधन सिन्हा ने कहा था कि यह लड़का कैसे खेलेगा. आज ईशान ने वह मुकाम हासिल कर लिया है कि लोग इनके साथ खेलना चाहेंगे.

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