नौवीं व 10वीं के स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए एक भी शक्षिक नहीं
नौवीं व 10वीं के स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं कांडी हाइस्कूल के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई मध्य विद्यालय के शिक्षकों के भरोसे नवीनगर (औरंगाबाद).प्रखंड के उच्च विद्यालय, कांडी में सुविधाओं की घोर कमी है.आजादी के पहले बना यह विद्यालय शिक्षा जगत में एक अलग पहचान रखता है, लेकिन यहां छात्र-छात्राओं के अनुकूल […]
नौवीं व 10वीं के स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं कांडी हाइस्कूल के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई मध्य विद्यालय के शिक्षकों के भरोसे नवीनगर (औरंगाबाद).प्रखंड के उच्च विद्यालय, कांडी में सुविधाओं की घोर कमी है.आजादी के पहले बना यह विद्यालय शिक्षा जगत में एक अलग पहचान रखता है, लेकिन यहां छात्र-छात्राओं के अनुकूल सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने के कारण काफी परेशानी हो रही है. वर्ष 1940-45 के बीच हुई इस विद्यालय की स्थापना के दौरान प्राथमिक स्तर पर पढ़ाई होती थी, लेकिन धीरे-धीरे बच्चों की जनसंख्या के अनुरूप इसे विभाग द्वारा मध्य विद्यालय और फिर उच्च विद्यालय का दरजा दे दिया गया है. लेकिन उसके मुताबिक संसाधन उपलब्ध नहीं कराये गये. इससे इस विद्यालय में पढ़नेवाले छात्र-छात्राओं का काफी परेशानी हो रही है. यहां न तो पुस्तकालय है और न ही प्रयोगशाला. कंप्यूटर शिक्षा की बात तो करना बेमानी होगी. उच्च विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे नौवीं व 10वीं के 100 छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं है. मध्य विद्यालय के शिक्षकों के माध्यम से उच्च विद्यालय में पढ़ने वाले सैकडों बच्चों का भविष्य टिका हुआ है. शिक्षकों की कमी व भवन अभाव के कारण यहां सभी विषयों की पढ़ाई नहीं हो पाती है. इस संबंध में प्रधानाध्यापक नरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि शिक्षकों की कमी तो है ही, किसी तरह मध्य विद्यालय के शिक्षकों के बदौलत उच्च विद्यालय के छात्र-छात्राओं को शिक्षण कार्य कराया जाता है. उच्च विद्यालय का भवन निर्माण आरंभ हो गया है, लेकिन रूक-रूक कर हो रहे काम से परेशानी बढ़ी हुई है. संसाधन उपलब्ध कराये जाने से संबंधित जानकारी विभाग को दे दी गयी है.