औरंगाबाद (ग्रामीण) : हसपुरा प्रखंड के पुनपुन नदी के चकरार घाट से बरामद महिला के शव का दूसरा दावेदार भी सामने आया है. एक दावेदार ने अपनी बेटी के रूप में उसकी पहचान की थी, तो दूसरे दावेदार ने उस शव को अपनी बहू बताया है.
मोतीलाल सिंह और बिगू राम नामक दो व्यक्तियों के चक्कर में हसपुरा पुलिस फंसती हुई नजर आ रही है. शनिवार को शव बरामद होने के उपरांत अरवल के शहर तेलपा ओपी के राधेनगर गांव निवासी मोतीलाल सिंह ने शव की पहचान अपनी बेटी पूनम देवी के रूप में की थी. पहचान के बाद पुलिस ने शव को उनके हवाले कर दिया. उसी दिन मोतीलाल सिंह ने अपने गांव ले जाकर शव का दाह संस्कार भी कर दिया था और उसी शव को लेकर एक नया मामला सामने आया है.
हसपुरा के ही बिरहरा गांव निवासी बिगू राम ने दाह संस्कार किये शव को अपनी बहू अनीता देवी के रूप में पहचान की है. उसने पुलिस को बताया है कि वह पूनम नहीं बल्कि अनीता थी. प्रसव पीड़ा से ग्रसित होने के बाद इलाज के दौरान 30 दिसंबर की रात उसकी मौत हो गयी थी. अहले सुबह पुनपुन नदी के चकरार घाट पर ही उसका अंतिम संस्कार (शव को पानी में बहा कर) कर दिया था.
हसपुरा थाने के दारोगा जवाहर लाल राय जो इस केस के अनुसंधानकर्ता हैं ने बताया कि जिस शव का अंतिम संस्कार मोतीलाल सिंह ने किया है वह शव बिगू राम की बहू अनीता का था. अनीता की मौत के बाद ससुराल वालों ने जलाने के बजाये पानी में ही भारी सामान से बांध कर डाल दिया था.
उन्होंने इस लिये ऐसा किया कि गांव के ही कुछ लोगों ने राय दी थी कि गर्भवती महिला को जलाने के बजाय नदी के पानी में समाहित कर दिया जाता है. शनिवार यानी छह फरवरी की सुबह उसी शव को पानी के ऊपर आने के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी थी.
शव निकालने के उपरांत मोतीलाल सिंह ने उसकी पहचान बेटी पूनम के रूप में की थी. फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि उसकी मौत कैसे हुई थी. बताते चलें कि इस मामले में एसपी बाबू राम ने डीएनए टेस्ट कराने की भी बात कही है.
पूनम की हत्या के मामले में पति व ससुर हैं जेलमें : पुनपुन नदी के चकरार घाट से छह फरवरी को बरामद महिला के शव मामले में एक नयी कहानी बनती जा रही है. मोतीलाल सिंह ने उसका दाह संस्कार अपनी बेटी मान कर कर दी, तो बिगू राम ने उसी शव का दाह संस्कार अपनी बहू के रूप में कर दी थी.
जिस पूनम का नाम सामने आ रहा है उसकी भी हत्या किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. पूनम के पिता मोतीलाल सिंह ने 31 दिसंबर को हसपुरा थाने में हत्या की प्राथमिकी ससुराल वालों पर दर्ज करायी थी. पुलिस ने पूूनम के ससुर को गिरफ्तार भी कर लिया है. वह जेल में हैं. पूनम के पति शैलेश पांच फरवरी को न्यायालय में आत्मसर्पण कर दिया है.
अब सवाल यह उठता है कि जिस शव का दाह संस्कार मोतीलाल सिंह ने किया है. वह शव अगर बिगू राम की बहू का है तो पूनम का शव कहां गया. मोतीलाल ने कैसे उसकी पहचान अपनी बेटी के रूप में की. पुलिस को इस मामले की गंभीरता से छानबीन करनी होगी. ताकी दोनों को समय रहते न्याय मिल सके.