जाम के कारण देर से सेंटर पर पहुंच रहे परीक्षार्थी

लापरवाही. पुरानी जीटी रोड पर जाम बना लाइलाज औरंगाबाद शहर के बीच से होकर गुजरा पुरानी जीटी रोड दो लाख की जनता के लिए लाइफ लाइन माना जाता है. इसी रोड से इस शहर में किसी भी मुहल्ले व गली में जाने का रास्ता है. लेकिन, हर रोज जाम की समस्या बनी रहती है, जिसका […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2016 7:02 AM
लापरवाही. पुरानी जीटी रोड पर जाम बना लाइलाज
औरंगाबाद शहर के बीच से होकर गुजरा पुरानी जीटी रोड दो लाख की जनता के लिए लाइफ लाइन माना जाता है. इसी रोड से इस शहर में किसी भी मुहल्ले व गली में जाने का रास्ता है. लेकिन, हर रोज जाम की समस्या बनी रहती है, जिसका असर आम अवाम पर पड़ रहा है.
औरंगाबाद (कार्यालय) : औरंगाबाद शहर की सबसे बड़ी समस्या है पुरानी जीटी रोड पर जाम लगना. इस रोड पर सुबह से सात बजे से शाम तक जाम की समस्या इतनी गंभीर रूप धारण कर लेती है कि लोग घंटों इसमें अपना फंसे रहते हैं. अब तो स्थित यह है कि इस शहर में चलने से लोग डरते है.
घर से निकलने के समय सबसे पहले लोगों के दिल व दिमाग में यह बात जरूर घूमती रहती है कि जाम से निकलने में कितना समय मेरा व्यर्थ जायेगा. इस जाम की समस्या का सबसे अधिक भुक्तभोगी होते है चारपहिये वाहन वाले. डेढ़ किलोमीटर लंबी शहर को पांच मिनट में तय किया जा सकता है. लेकिन, इसे पार करने में जाम के कारण डेढ़ से दो घंटे लगता है.
पिछले तीन दिनों से लग रहा जाम के कारण मैट्रिक की परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों को भुगतना पड़ रहा है. इन परीक्षार्थियों को जाम से बचने का कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है. परीक्षा देने से ज्यादा जाम की चिंता से परीक्षार्थी परेशान हैं. जाम में फंसे रहने के कारण कई परीक्षार्थी देर से परीक्षा केंद्र पर पहुंच रहे हैं. परीक्षा में देर से पहुंचने का भय बना रहता है. यहां प्राय: शिक्षण संस्थान पुरानी जीटी रोड के ही समीप है. किसी भी परीक्षा केंद्र पर जाने के लिए पुरानी जीटी रोड से गुजरना पड़ता है.
जाम की मुख्य समस्या अतिक्रमण : जाम की समस्या का मुख्य कारण है अतिक्रमण. पुरानी जीटी रोड के दोनों ओर अतिक्रमण कर दुकानें लगायी गयी हैं. दोपहिये व चारपहिये वाहनों को सड़क के किनारे खनाड़ा करना भी जाम लगने का मुख्य कारण है. प्रशासन द्वारा अब तक जो भी कार्रवाई अतिक्रमण हटाने के लिए की गयी वह खानापूर्ति साबित हुई.

Next Article

Exit mobile version