नाबालिगों के हाथों में ऑटो

अनदेखी. सड़क सुरक्षा पर परिवहन विभाग का ध्यान नहीं सड़क सुरक्षा पर परिवहन विभाग का ध्यान नहीं है, तभी तो शहर में नियमों की धज्जियां उड़ा कर नाबालिग बेखौफ वाहन चला रहे हैं. यह न सिर्फ दुर्घटनाओं का निमंत्रण दे रहा है, बल्कि इससे कानून का भी उल्लंघन हो रहा है. औरंगाबाद(सदर) : शहर की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2016 8:57 AM
अनदेखी. सड़क सुरक्षा पर परिवहन विभाग का ध्यान नहीं
सड़क सुरक्षा पर परिवहन विभाग का ध्यान नहीं है, तभी तो शहर में नियमों की धज्जियां उड़ा कर नाबालिग बेखौफ वाहन चला रहे हैं. यह न सिर्फ दुर्घटनाओं का निमंत्रण दे रहा है, बल्कि इससे कानून का भी उल्लंघन हो रहा है.
औरंगाबाद(सदर) : शहर की सड़कों पर बेतरतीब तरीके से वाहन चलाते अक्सर कोई न कोई नाबालिग दिख जाते हैं. ये बेखौफ परिवहन नियमों की धज्जिया उड़ा रहे हैं.
शहर के रमेश चौक, बाइपास चौक व धर्मशाला चौक पर जहां-तहां ऑटो लगा कर सवारी बैठानेवाले ये नाबालिग चालक यातायात नियमों का जरा भी पालन नहीं करते हैं. ये जरा भी नहीं समझते कि जैसे-तैसे ऑटो चलाने से दुर्घटनाएं हो रही हैं.
वाहन चलाने के दौरान इन्हें इसका भी ध्यान नहीं रहता है कि सड़क पर दूसरे वाहन भी चल रहे हैं. ये लोग पैदल चलनेवाले लोगों का बिल्कुल भी सम्मान नहीं करते. ताज्जुब तो यह है कि कई दिनों से नगर थाने की तरफ से वाहन चेकिंग अभियान चला रहा है. इस चेकिंग में ज्यादातर बाइक सवारों को ही निशाना बनाया जाता है, जबकि इस दौरान पुलिस पदाधिकारियों के सामने से ऑटो लेकर कई नाबालिग चालक गुजरते हैं. कभी-कभी उनके सामने ही सवारियों को उतारते व बैठाते हैं, फिर भी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती.
कम उम्र के चालकों पर हो कार्रवाई
नाबालिग चालकों पर जब तक कार्रवाई नहीं होगी, सड़क दुर्घटनाएं बढ़ती रहेंगी. शहर के समाजसेवियों व बुद्धिजीवियों का कहना है कि परिवहन विभाग को इसके प्रति गंभीर होना पड़ेगा. समाजसेवी अरुण कुमार, धर्मेंद्र कुमार गुप्ता, संतोष कुमार यादव, ललन कुमार, अरुण मिश्रा व मनीष कुमार सहित दर्जनों लोगों का कहना है कि सुबह 10 बजे से लेकर शाम छह बजे तक शहर की सड़कों पर सिर्फ ऑटो ही दिखते हैं, जिन्हें ज्यादातर नाबालिग ही चला रहे होते हैं.
इनके पीछे चलना यानी दुर्घटना को निमंत्रण देना है. जितनी सक्रियता से दोपहिया वाहनों की चेकिंग होती है, उतनी ही तत्परता से नाबालिग चालकों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए. इनके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं होते हैं.
कम उम्र के चालकों की गलतियों से दुर्घटनाएं
सड़क पर बायें चलने की आदत भूलना व रांग साइड में वाहन चलाने के कारण सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं. आड़े-तिरछे वाहनों का परिचालन व ठहराव, ओवरटेक करने, तेज आवाज में संगीत बजाने, तेज गति में मोड़ पर बिना हॉर्न या इंडिकेटर के मुड़ने व जहां-तहां गाड़ियों के आगे-पीछे देखे बिना रोक देने आदि से दुर्घटनाएं होती रहती हैं.
नाबालिग चालक दिखेंगे, तो होगी कार्रवाई : एमवीआइ
इस संबंध में मोटरयान निरीक्षक (एमवीआइ) रंजीत कुमार ने कहा कि सड़क सुरक्षा के प्रति विभाग गंभीर है. बिना लाइसेंस वाहन चलानेवालों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. वाहन जांच के दौरान अगर कोई नाबालिग ऑटो चलाते दिख जायेंगे, तो उन पर कार्रवाई की जायेगी. समय-समय पर वाहन जांच अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन अभी तक कोई नाबालिग चालक नहीं पकड़े गये हैं.

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