एंबुलेंस की सुविधा बंद
सदर अस्पताल की व्यवस्था चरमरायी औरंगाबाद (नगर) : सदर अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था इन दिनों बदहाल हो गयी है. यही कारण है कि पिछले कई दिनों से मरीजों को आपातकालीन स्थिति में गया व पटना ले जाने के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी 108 एंबुलेंस की सुविधा बंद हो गयी है. इसके कारण मरीजों […]
सदर अस्पताल की व्यवस्था चरमरायी
औरंगाबाद (नगर) : सदर अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था इन दिनों बदहाल हो गयी है. यही कारण है कि पिछले कई दिनों से मरीजों को आपातकालीन स्थिति में गया व पटना ले जाने के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी 108 एंबुलेंस की सुविधा बंद हो गयी है.
इसके कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 108 एंबुलेंस की सुविधा बंद होने का मुख्य कारण पिछले चार माह से बकाया राशि का भुगतान नहीं होना है. इसके कारण फिलहाल मरीजों को यह सुविधा नहीं मिल रही है. इधर, डीजल नहीं मिलने के कारण तीन दिनों से 102 एंबुलेंस की सुविधा मरीजों को मिलना बंद हो गया है.
इस परिस्थिति में सदर अस्पताल प्रबंधन को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. गौरतलब है कि सदर अस्पताल से हर दिन लगभग 10 से 12 मरीजों को गया व पटना के लिए रेफर किया जाता है. लेकिन, दोनों एंबुलेंस की सुविधा बंद होने से मरीजों को बाहर ले जाने में काफी परेशानी हो रही है. इस संबंध में स्वास्थ्य प्रबंधक हेमंत राजन ने बताया कि एंबुलेंस की सुविधा बंद हो जाने से संबंधित जानकारी विभाग के वरीय पदाधिकारी को दे दी गयी है.
इधर, सूत्रों की मानें तो अस्पताल में दोनों एंबुलेंस बंद हो जाने से चिकित्सक काफी सहमे हुए हैं. इन्हें भय सता रहा है कि आपातकालीन स्थिति में कोई मरीज आ जाता है और बाहर भेजने की व्यवस्था नहीं होती है तो उसकी जान भी जा सकती है. यहीं नहीं पिछले एक सप्ताह से नि:शुल्क होने वाले 14 प्रकार की जांच की भी सुविधा बंद हो गयी है. साथ ही सदर अस्पताल में सुरक्षा की दृष्टि से तैनात किये गये निजी सुरक्षा गार्ड भी मानदेय को लेकर कार्य बहिष्कार कर चले गये हैं.
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक भी पिछले कई दिनों से अस्पताल से बाहर हैं. इस संबंध में पूछे जाने पर सिविल सजर्न डॉ परशुराम भारती ने दोनों एंबुलेंस की सुविधा बंद होने की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि यह स्टेट लेवल का मामला है. फिलहाल, 1099 व एक मारुति एंबुलेंस को उपयोग में लाया जा रहा है, ताकि किसी प्रकार कोई परेशानी ना हो सके.