चापाकल नहीं रहने से बच्चों को होती है परेशानी
चापाकल नहीं रहने से बच्चों को होती है परेशानी मदनपुर(औरंगाबाद).मदनपुर प्रखंड मुख्यालय से सटे उतर दिशा में राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय पतेया स्थित है. यह विद्यालय बेरी पंचायत में पड़ता है. इस विद्यालय में छात्रों की संख्या 158 है. जिन्हें पढ़ाने के लिये मात्र पांच शिक्षक है. विद्यालय में वर्ग एक से लेकर अष्टम तक […]
चापाकल नहीं रहने से बच्चों को होती है परेशानी मदनपुर(औरंगाबाद).मदनपुर प्रखंड मुख्यालय से सटे उतर दिशा में राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय पतेया स्थित है. यह विद्यालय बेरी पंचायत में पड़ता है. इस विद्यालय में छात्रों की संख्या 158 है. जिन्हें पढ़ाने के लिये मात्र पांच शिक्षक है. विद्यालय में वर्ग एक से लेकर अष्टम तक क्लास चलती है.विद्यालय में कमरे मात्र नौ है.विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक संजय कुमार पाल का कहना है कि विद्यालय में छात्रों का नामांकन अभी जारी है. विद्यालय के शिक्षक विभागीय कार्य के लिये कार्यरत रहते है. जिससे बच्चों की पठन -पाठन पर असर पड़ता है.विद्यालय में दो शौचालय और पानी के व्यवस्था के रूप में एक भी चापाकल नहीं है. जिसके कारण बच्चों को पानी के लिये भटकना पड़ता है. विद्यालय का कुल जमीन 72 डिसमिल है. अंशु कुमारी,सुरभी कुमारी, भारती कुमारी,सलोनी , पियुष, सुमन राज आदि छात्र-छात्राओं ने कहा कि मध्याहन भोजन मिनू के अनुसार नहीं मिलता है. चापाकल विद्यालय परिसर में नहीं रहने के कारण हमलोगों पढ़ाई छोड़ कर गांव में पीने के पानी के लिये जाना पड़ता है. प्रभारी प्राचार्य ने जिला शिक्षा पदाधिकारी से चापाकल के साथ-साथ चहारदीवारी की मांग की है.