आस्था का केंद्र बना ऐतिहासिक सूर्य मंदिर
दाउदनगर (अनुमंडल) : अनुमंडल मुख्यालय के मौलाबाग ब्लॉक रोड स्थित सूर्य मंदिर व इसके पास तालाब श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र है. प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी चैती छठ पूजा आयोजन की तैयारी पूरी कर ली गयी है. मंगलवार को व्रती अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ देंगे. बुधवार को उदयगामी सूर्य को अर्घ […]
दाउदनगर (अनुमंडल) : अनुमंडल मुख्यालय के मौलाबाग ब्लॉक रोड स्थित सूर्य मंदिर व इसके पास तालाब श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र है. प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी चैती छठ पूजा आयोजन की तैयारी पूरी कर ली गयी है. मंगलवार को व्रती अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ देंगे. बुधवार को उदयगामी सूर्य को अर्घ देने के बाद पारण के साथ व्रत की समाप्ति करेंगे. सूर्य मंदिर तालाब पर व्रतियों की सुविधा के लिए व्यापक प्रबंध किये गये हैं. मनोज केसरी व विकास आनंद ने बताया कि सबमर्सिबल पाइप लगा कर तालाब में पानी भरवाया गया. नगर पंचायत द्वारा सफाई करायी गयी है.
पौराणिक रहा है इतिहास
इस ऐतिहासिक मंदिर का निर्माण 1800 ई. के आसपास सेठ दुर्गादास ने करवाया था. बाद के दिनों में सन 1968 के आसपास सूरज प्रसाद अग्रवाल व दमड़ी पटवा ने संयुक्त रूप से इसका जीर्णोद्धार कराते हुए निर्माण कराया.
पुन: मंदिर का जीर्णोद्धार सन 1992 में प्रदीप अग्रवाल ने कराया व तत्कालीन पदाधिकारी सिकंदर शर्मा ने सूर्य मंदिर के बगल में हनुमान मंदिर का निर्माण कराया. कमरे के आकार की पुराना अवशेष अभी भी दिखाई देता है. कहा जाता है कि संभवत: यह स्नान के बाद महिलाओं एवं पुरुषों के कपड़े बदलने का कक्ष रहा होगा