आग लगते ही बंद हो गया बाहर निकलने का मुख्य द्वार
दाउदनगर (अनुमंडल) : शुक्रवार को भोला पासवान की झोंपड़ी में झाड़ फूंक का काम चल रहा था, जिसके हवन की अग्नि से आग की लपटे निकल कर उसी झोपड़ी में आग लग गयी. आग फैलते ही रास्ते पर जटा राम के फूस के बने बैठका को पूर्ण रूप से घेर लिया. जब मृतक जटा राम […]
दाउदनगर (अनुमंडल) : शुक्रवार को भोला पासवान की झोंपड़ी में झाड़ फूंक का काम चल रहा था, जिसके हवन की अग्नि से आग की लपटे निकल कर उसी झोपड़ी में आग लग गयी. आग फैलते ही रास्ते पर जटा राम के फूस के बने बैठका को पूर्ण रूप से घेर लिया. जब मृतक जटा राम के दरवाजे पर फूंस की बैठका में आग लगी, तो घर का मुख्य निकास बंद सा हो गया. घर के अंदर ही इंदिरा आवास योजना से बना हुआ एक पक्का मकान था. शायद, घर के अंदर रहे लोगों को लगा होगा कि यदि घर के अंदर ही रहे, तो पक्के छत एवं ईंट की दीवारें उन्हें बचा लेगी.
घर के अंदर के लोग एक कमरे में चले गये. जिस कमरे में उन्होंने शरण ली उसके पक्की छत के नीचे पटवट बना हुआ था. आग की लपटे पटवट को भी अपनी चपेट में ले ली और पटवट अंदर मौजूद लोगों पर गिर पड़ी. ग्रामीणों के अनुसार कुछ लोगों ने बाहर भागने की कोशिश की,लेकिन बाहर नहीं निकल सके. अंदर जानलेवा धुंआ होने के कारण कई लोग वहीं पर गिर पड़े. दिवाल के पश्चिमी हिस्से के दीवार को तोड़ कर गंभीर रूप से जख्मी उमेश राम की पत्नी मुन्नी देवी, जटा राम के पुत्र रमेश राम, दामाद रामजी राम को निकाला गया. इनमें से मुन्नी देवी और रमेश का इलाज पटना में चल रहा है, जबकि रामजी राम का इलाज दाउदनगर में हो रहा है. एसडीओ राकेश कुमार ने बताया कि घटना में कुल 12 लोग पूर्णरूप से जल कर मृत हो गये है.
मृतकों में आठ बच्चे भी शामिल हैं . मृतकों में 55 वर्षीय जटा राम निवासी हरिनगर दाउदनगर, 25 वर्षीय सबिता देवी निवासी हरिनगर दाउदनगर, 23 वर्षीय श्रद्धा देवी निवासी कलेन ओबरा, 22 वर्षीया रीना देवी निवासी कटरिया दाउदनगर, सात वर्षीय माला कुमारी निवासी कटरिया, पांच वर्षीय ऋषि कुमार निवासी कटरिया, पांच वर्षीय अंकित कुमार निवासी हरिनगर, आठ वर्षीय रॉकी कुमार निवासी हरिनगर, छह वर्षीय अक्षय कुमार निवासी हरिनगर, सात वर्षीय रिंकी कुमारी निवासी हरिनगर, छह वर्षीय अंजनी कुमार निवासी कलेन ओबरा व तीन वर्षीय रवि रंजन कुमार निवासी कलेन ओबरा हैं.
रात में ही हुआ दाहसंस्कार: शुक्रवार की देर रात शव निकाले जाने के बाद सिविल सर्जन के नेतृत्व में आयी चिकित्सकों की टीम ने रात्रि में ही घटनास्थल पर मृतकों के शव का पोस्टमार्टम किया और पूर्वाहन लगभग 3 बजे स्थानीय श्मशान घाट में प्रशासन के देखरेख में उनके परिजनों द्वारा दाह संस्कार कर दिया गया. सभी मृतकों के आश्रितों के बीच प्रति मृत व्यक्ति के हिसाब से चार -चार लाख रूपये का चेक आपदा राहत कोष अनुदान के तहत घटनास्थल पर ही दे दी गयी है.
एसडीओ राकेश कुमार ने बताया कि सभी मृतकों के आश्रितों को बगल के आंगनबाड़ी केंद्र रख कर दाउदनगर सीओ की निगरानी में राहत शिविर प्रारंभ कर दिया गया है,जहां सभी आश्रितों के रहने एवं नाश्ता भोजन,बिजली,पानी एवं अन्य आवश्यक राहत सामग्री की व्यवस्था नियमानुसार की जा रही है. साथ ही आश्रितों को प्राथमकिता के आधार पर इंदिरा आवास योजना का लाभ देने की कार्रवाई की जा रही है.
तीन घर जल कर हुए राख : अगलगी की इस घटना में तीन घर जल कर पुरी तरह राख हो गये है.जटा राम, बबन राम और ललन राम के घर पुरी तरह से जल गये है. जटा राम के साथ-साथ उनके परिवार के 11 सदस्य की मौत हुई ,जबकि ललन राम की सात वर्षीय पुत्री की जल कर मौत हुई है.
बबन को मिला सहायता अनुदान :अगलगी की घटना में जटा राम के भाई बबन राम का घर भी जलकर पूरी तरह से राख हो गया है. प्रशासन द्वारा इन्हें अग्नि सहायता अनुदान के रूप में 9800 रूपये की राशि दी गयी है. शनिवार को इनकी पत्नी फूलन देवी ने बताया कि घर का सब कुछ जल कर राख हो गया है. अधिकारियों ने इंदिरा आवास देने का आश्वसन दिया है.