कोर्ट व थाने में किया आत्मसमर्पण

संजय हत्याकांड. पुलिस की लगातार दबिश व कुर्की-जब्ती से घबराये आरोपित 14 अप्रैल को कृष्ष्णनगर में गोली मार कर हुई ठेकेदार संजय शर्मा की हत्या, मुख्य आरोपित खुदवां पैक्स का अध्यक्ष औरंगाबाद (नगर) : शहर के चर्चित संजय हत्याकांड के दो मुख्य आरोपितों ने मंगलवार की पुलिस दबिश के कारण आत्मसमर्पण कर दिया़ इस कांड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2016 7:16 AM
संजय हत्याकांड. पुलिस की लगातार दबिश व कुर्की-जब्ती से घबराये आरोपित
14 अप्रैल को कृष्ष्णनगर में गोली मार कर हुई ठेकेदार संजय शर्मा की हत्या, मुख्य आरोपित खुदवां पैक्स का अध्यक्ष
औरंगाबाद (नगर) : शहर के चर्चित संजय हत्याकांड के दो मुख्य आरोपितों ने मंगलवार की पुलिस दबिश के कारण आत्मसमर्पण कर दिया़ इस कांड के मुख्य आरोपित व खुदवां पैक्स अध्यक्ष मनीष शर्मा ने नगर थाने में पुलिसकर्मियों के सामने आत्मसमर्पण किया, तो दूसरे आरोपित मनोज शर्मा ने न्यायालय में. हालांकि, थानाध्यक्ष एसके सुमन ने मनीष शर्मा को नगर थाना क्षेत्र के फारम इलाके से गिरफ्तार करने का दवा किया है.
नगर थानाध्यक्ष का कहना है कि पुलिस घटना के तुरंत बाद से इस कांड में शामिल दो आरोपितों की गिरफ्तारी करने के लिए पुलिसकर्मी प्रयास कर रहे थे, लेकिन ये लोग पुलिस की नजरों में नहीं आ रहे थे. इसके बाद दोनों आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए न्यायालय से वारंट लिया गया, लेकिन दोनों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी. इसके बाद पुलिस ने न्यायालय में आवेदन देकर कुर्की-जब्ती करने का आदेश लिया़ आदेश मिलते ही नगर थानाध्यक्ष ने दोनों आरोपितों के घर पर सोमवार की शाम में. मंगलवार को जब नगर थानाध्यक्ष एसके सुमन ने दोनों के घरों की कुर्की-जब्ती करने की कार्रवाई की. मनीष शर्मा के घर में रखे सभी सामान को जब्त कर ली, तो उसने नगर थाना पहुंच कर आत्मसमर्पण कर दिया.
इसके बाद पुलिस ने जैसे मनोज शर्मा के घर कुर्की की कार्रवाई शुरू की, तो उसने व्यवहार न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया, जहां से न्यायालय ने मनोज शर्मा को जेल भेज दिया़ जेल ले जाने के दौरान काफी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था़
क्या है पूरा मामला
14 अप्रैल को शहर के श्री कृष्णनगर मुहल्ले के रहनेवाले व विधिक संघ के पूर्व अध्यक्ष राम किशोर शर्मा के ठेकेदार बेटे संजय शर्मा की शिव मंदिर के पास चुनावी रंजीश के कारण खुदवा पैक्स अध्यक्ष मनीष शर्मा ने गोली मार कर दिन-दहाड़े हत्या कर दी थी. इस घटना के विरोध में लोगों ने सड़क जाम कर विरोध भी किया था. घटना के दूसरे दिन नगर थाने में मृतक के पिता राम किशोर शर्मा के बयान पर तीन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
जांच के दौरान पुलिस ने इस हत्याकांड में दो मुख्य आरोपित की भूमिका पायी गयी थी, जबकि तीसरा आरोपित जांच के घेरे में था. पुलिस ने चार दिन पूर्व मनीष शर्मा व मनोज शर्मा की गिरफ्तारी के लिए न्यायालय से वारंट लिया़ सोमवार को कुर्की-जब्ती करने का आदेश दिया. इसके बाद दोनों के घरों कुर्की-जब्ती करने की कार्रवाई शुरू की गयी. पुलिस की कार्रवाई देख दोनों ने आरोपितों ने आत्मसमर्पण कर दिया.
नहीं करते आत्मसमर्पण तो पुलिस तोड़ देती मकान
ठेकेदार संजय शर्मा हत्याकांड में शामिल आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए परिजन से लेकर वकील तक लगातार पुलिस पर दवाव बना रहे थे़ इसके कारण पुलिस भी काफी दबाव में थी.
लगातार गिरफ्तार करने के लिए दर्जनों स्थानों पर छापेमारी कर रही थी़ फिर भी आरोपित फरार चल रहे थे़ सोमवार को पुलिस ने कुर्की-जब्ती करने का आदेश न्यायालय से मांगा. आदेश मिलते ही कुर्की-जब्ती की कार्रवाई शुरू कर दी गयी. साथ ही परिजनों को धमकी दिया गया था कि यदि मंगलवार तक आत्मसर्मपण नहीं किया, तो घरों को तोड़ देंगे. इसके दोनों आरोपितों ने आत्मसमर्पण कर लिया, जिससे पुलिसकर्मियों ने राहत की सांस ली.

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