करीब 65 प्रतिशत मतदान, 40 लोग गिरफ्तार
वोट का जोड़-घटाव कर जीत का आकलन करने में जुटे प्रत्याशी औरंगाबाद (कार्यालय) : पंचायत चुनाव के चौथे चरण में शुक्रवार को औरंगाबाद (सदर) प्रखंड की 15 पंचायतों के 228 मतदान केंद्रों पर वोट डाले गये. जिला पर्षद पद के दो, मुखिया के 15, सरपंच के 15, पंचायत समिति सदस्य के 22, वार्ड व पंच […]
वोट का जोड़-घटाव कर जीत का आकलन करने में जुटे प्रत्याशी
औरंगाबाद (कार्यालय) : पंचायत चुनाव के चौथे चरण में शुक्रवार को औरंगाबाद (सदर) प्रखंड की 15 पंचायतों के 228 मतदान केंद्रों पर वोट डाले गये. जिला पर्षद पद के दो, मुखिया के 15, सरपंच के 15, पंचायत समिति सदस्य के 22, वार्ड व पंच के 217-217 पदों (कुल 488 पद) के लिए मतदान हुआ. कई मतदान केंद्रों पर वोट डालने की प्रक्रिया शाम पांच बजे के बाद भी चली.
प्रशासनिक जानकारी के अनुसार 58 से 65 प्रतिशत मतदान हुआ. इसमें 69 प्रतिशत महिला मतदाताओें व 61 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया़ इस दौरान गड़बड़ी फैलाने के आरोप में 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया. मतदाताओं ने 1229 प्रत्याशियों की किस्मत बैलेट बॉक्स में बंद कर दिया. कहीं से भी किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है़
वोट देने को लेकर मतदाताओं में ‘खासकर नये मतदाताओं में’ काफी उत्साह दिखा़ सुबह से ही महिला, पुरुष, युवा व बुजुर्ग, सभी लोग घर का सारा कार्य छोड़ कर मतदान केंद्र पहुंचे और पछुआ हवा व तेज धूप में भी कतारबद्ध होकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया़
प्रत्येक बूथों पर जिला प्रशासन द्वारा पर्याप्त संख्या में पुलिसबल व पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी़. सबजोनल दंडाधिकारी, जोनल दंडाधिकारी व सुपर जोनल दंडाधिकारी मतदान केंद्रों का जायजा ले रहे थे. बूथों पर नजारा यह था कि एक जांच टीम गयी, नहीं कि दूसरी पहुंच गयी. इस कारण बोगस वोटिंग नहीं हो सकी. डीएम कंवल तनुज, एसपी बाबू राम, एएसपी (अभियान) राजेश भारती, डीडीसी संजीव कुमार सिंह, सदर एसडीओ सुरेंद्र प्रसाद, दाउदनगर एसडीओ राकेश कुमार, सदर एसडीपीओ पीएन साहू, दाउदनगर एसडीपीओ संजय कुमार व डीसीएलआर मनोज कुमार समेत कई पदाधिकारियों ने भी दर्जनों बूथों की जांच की.
इस दौरान डीएम ने कामकाज में ढिलाई मिलने पर कई मतदानकर्मियों को फटकार भी लगायी़ यही नहीं मतदान केंद्रों के ईद-गिर्द बोगस वोटिंग करने की मंशा में घूम रहे लोगों को खदेड़ कर पकड़ गया और उसे संबंधित थानों में मतदान समाप्ति तक पुलिस हिरासत में रखा गया. इधर, मतदान समाप्ति के बाद प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत के लिए जोड़-घटाव शुरू कर दिया. इस पंचायत चुनाव में पूर्व जिप अध्यक्ष की पत्नी ललिता देवी, पूर्व लोजपा अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह व वर्तमान जिला पर्षद सदस्य मंजरी सिंह सहित कई दिग्गजों का फैसला बैलेट बॉक्स में बंद हो गया. इनमें से कौन जिला पर्षद सदस्य निर्वाचित होंगे, यह तो मतगणना के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा़
चिह्नित पंचायतों पर प्रशासन की रही नजर
निष्पक्ष व शांतिपूर्ण पंचायत चुनाव को लेकर जिला प्रशासन ने वैसी पंचायतों के बूथों का चयन कर लिया था, जहां पहले के चुनावों में अशांति हुई थी. जैसे ही शुक्रवार की सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ, वैसे ही डीएम, एसपी व एएसपी दल-बल के साथ इन बूथों के भ्रमण करने के लिए निकल पड़े.
अधिकारियों ने पड़रावां पंचायत के राजाबिगहा, जोकहरी, पटनवां व जगदीशपुर, खैराबिंद पंचायत के खैराबिंद, भरथौली शरीफ व रायपुरा, पोइवां पंचायत के पोइंवा, नौगढ़ पंचायत के नौगढ़, बिसैनी व जम्होर सहित अन्य गांवों के मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया़ मोबाइल पर मिल रही गड़बड़ी की शिकायतों के बीच डीएम-एसपी का काफीला उन बूथों का जायजा ले रहा था. जगदीशपुर मतदान केंद्र के बाहर बिना कार्य के खड़े ग्रामीणों को काफी दूर तक खदेड़ा गया. दो लोगों को हिरासत में लिया गया़
इसके बाद डीएम भरथौली शरीफ गांव स्थित मध्य विद्यालय मतदान केंद्र पहुंचे. मतदान केंद्र गांव के काफी अंदर रहने के कारण डीएम कुछ देर के लिये नाराज भी दिखे. साथ ही कहा कि इस मतदान केंद्र पर दूसरे गांव के लोग वोट देने के लिए क्यों आते हैं, इसकी जांच करायी जायेगी. साथ ही बीडीओ से मतदान केंद्र बदलने के लिए प्र्रस्ताव मांगा जायेगा़
इस दौरान डीएम को मतदान केंद्र के बगल में वोटरों को अपने पक्ष में वोट देने के लिए एक प्रत्याशी समर्थक द्वारा चाय-बिस्कुट की व्यवस्था किये जाने की सूचना मिली़ इसके बाद डीएम व एसपी मौके पर पहुंचे और 10 लोगों को हिरासत में लिया. इसके बाद ये सभी पदाधिकारी सूचना के आधार पर पोइवां गांव पहुंचे़ उस दौरान पाया कि एक प्रत्याशी के पक्ष में वोट डालने के लिये दूसरे क्षेत्र से लोग भी एक घर में जमा हुए हैं.
डीएम ने दाउदनगर एसडीओ राकेश कुमार व डीसीएलआर मनोज कुमार को इन्हें पकड़ने का निर्देश दिया़ एसडीओ व पुलिस के जवानों ने पूर्व जिप अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप नारायण सिंह के छोटे पुत्र सहित 11 लोगों को हिरासत में लिया़ इसके बाद एक पंचायत समिति प्रत्याशी डीएम के पास पहुंचे और कहा कि एक व्यक्ति के कहने पर इस मतदान केंद्र पर सब कुछ मैनेज हो रहा है. उन्हें बदनाम करने के लिए इन लोगों को पकड़ा गया है, जो बिल्कुल ही गलत है. ये लोग बोगस वोटिंग करने के लिए इक्ट्ठा नहीं हुए थे, बल्कि तेज धूप से बचने के लिए हमारे घर के बाहर खड़े थे़ इस पर डीएम ने कहा कि इसकी जांच करायी जा रही है़
इस दौरान डीएम ने यह भी कहा कि मतदान के दौरान गोह प्रखंड के शेखपुरा गांव के दो बूथों पर जो घटनाएं हुई थीं, उनकी पुनर्रावृति करने के लिए ये लोग जमा हुए थे़ डीएम ने बताया कि कुछ लोगों के हाथ में स्याही लगी था, लेकिन वे उसे मिटाने का प्रयास किया गया. स्याही के बारे में पोलिंग पार्टी से पूछने बताया गया कि हाथ में स्याही लगते ही कुछ लोग पोंछ ले रहे हैं. डीएम ने बताया कि कुछ लोग झिकटिया मतदान केंद्र के समीप मोटरसाइकिल लगा कर खड़े थे. ये लोग दुबारा वोट देने का प्रयास कर रहे थे. वहां से भी कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
मंझार मतदान केंद्र के समीप कुछ लोग फर्जी मतदाता परची लिये हुए थे. फर्जी वोटर आइडी के साथ एक महिला को पकड़ा गया. पूछताछ के बाद महिला को इसलिए छोड़ दिया गया कि उसने वोट नहीं डाला था, लेकिन फर्जी मतदाता परची लिये कई अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया.