काम पर लौटे मजदूर, बिजलीघर के निर्माण में आयी तेजी
औरंगाबाद : नवीनगर व बारुण प्रखंड की सीमा पर एनटीपीसी व बिहार सरकार के सहयोग से लगायी जा रही एनपीजीसी बिजलीघर का निर्माण कार्य फिर से शुरू हो चुका है. मजदूरों के काम पर लौटने के साथ ही इसके काम में काफी तेजी आयी है. एनपीजीसी के कार्यकारी पदाधिकारी एमपी सिन्हा ने बताया कि निर्माण […]
औरंगाबाद : नवीनगर व बारुण प्रखंड की सीमा पर एनटीपीसी व बिहार सरकार के सहयोग से लगायी जा रही एनपीजीसी बिजलीघर का निर्माण कार्य फिर से शुरू हो चुका है. मजदूरों के काम पर लौटने के साथ ही इसके काम में काफी तेजी आयी है. एनपीजीसी के कार्यकारी पदाधिकारी एमपी सिन्हा ने बताया कि निर्माण कार्य सोमवार से ही प्रारंभ हो गया था, लेकिन मंगलवार से कार्य में काफी तेजी आयी है. इसमें और गति देने का प्रयास किया जा रहा है.
इसमें यहां के किसानों और मजदूरों का पूरा सहयोग प्राप्त हो रहा है. श्री सिन्हा ने जिला प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि जिलाधिकारी कंवल तनुज की जितनी भी प्रशंसा की जाये, वह कम है. डीएम के प्रयास से ही सारे व्यवधान दूर हुए हैं. 2017 में इस परियोजना से बिजली उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है. जिस तरह से निर्माण कार्य चल रहा है, उससे पूरी उम्मीद है कि हम अपने लक्ष्य को समय पर प्राप्त कर लेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि यह परियोजना एक बहुत ही महत्वाकांक्षी परियोजना है.
इससे बिजली का उत्पादन होते ही बिहार राज्य बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बन जायेगा. गौरतलब है कि एनपीजीसी परियोजना में 660 मेगावाट बिजली उत्पन्न करने वाली तीन इकाइयां लगायीं जा रही हैं. इससे कुल 1980 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा. इस इकाई से सफलता पूर्वक विद्युत उत्पादन होने के उपरांत इतने ही क्षमता का एक और परियोजना यहां लगाने योजना राज्य सरकार द्वारा बनायी गयी है. यानी कि लगभग चार हजार बिजली उत्पादन यहां से किया जायेगा, जो पूरे राज्य की जरूरत को पूरी करने के लिए पर्याप्त है.
जिलाधिकारी के प्रयास से लौटी रौनक
एनपीजीसी परियोजना में एक बार फिर रौनक लौट आयी है. जिलाधिकारी कंवल तनुज ने परियोजना स्थल पर कैंप कर उत्पन्न व्यवधानों को जिस तरह समाप्त कर परियोजना का कार्य प्रारंभ कराने में सफलता पायी है. इसकी प्रशंसा सर्वत्र हो रही है.
समाजसेवी संगठन से लेकर बुद्धिजीवियों ने जिलाधिकारी के कार्यों की प्रशंसा की है. पेंशनर समाज के अध्यक्ष जगन्नाथ सिंह ने कहा कि जिलाधिकारी एक कुशल प्रशासक है. विपरीत परिस्थितियों में भी विचलित नहीं होते है.
सामाजिक महिला डा कुसुम ने भी जिलाधिकारी की प्रशंसा करते हुए कहा है कि आपने स्वार्थी तत्वों के मंसूबे को कुचल कर रख दिया है. महाराणा प्रताप सेवा संस्थान के अध्यक्ष जगदीश नारायण सिंह ने कहा कि बिजलीघर निर्माण में आये व्यवधान को जिस सहजता से आपने दूर किया है वह प्रशंसनीय है.