28 में 17 महिला पार्षद
26 नये चेहरों को लोगों ने दिया विकास का मौका औरंगाबाद नगर : पंचायत चुनाव में जिला पर्षद का जो परिणाम सामने आये हैं, वह काफी चौंकाने वाले हैं. जिला पर्षद में विकास के मुद्दे पर बहस करने वाले 28 सदस्यों में केवल दो ही ऐसे चेहरे सामने आये हैं, जिन्होंने जिला पर्षद में पूर्व […]
26 नये चेहरों को लोगों ने दिया विकास का मौका
औरंगाबाद नगर : पंचायत चुनाव में जिला पर्षद का जो परिणाम सामने आये हैं, वह काफी चौंकाने वाले हैं. जिला पर्षद में विकास के मुद्दे पर बहस करने वाले 28 सदस्यों में केवल दो ही ऐसे चेहरे सामने आये हैं, जिन्होंने जिला पर्षद में पूर्व से कार्य संभाल चुके हैं. यानी, दो चेहरे को छोड़ कर बाकी के 26 नये चेहरे हैं, जिनमें से 17 महिलाएं हैं. यही नहीं, जो 28 जिला पार्षद बने हैं, उनमें अधिकतर जिला पार्षदों की शैक्षणिक योग्यता ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट है. चार जिला पार्षद वैसे हैं, जो सिर्फ साक्षर हैं व अपना हस्ताक्षर करना ही जानते हैं. जिला पर्षद क्षेत्र संख्या एक से चुनाव जीते रामकृष्ण कुमार व क्षेत्र संख्या 15 से विजयी हुए नीलू देवी दूसरी बार निर्वाचित हुए हैं.
जबकि, पूर्व जिप अध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह की पत्नी शीला देवी को जनता ने क्षेत्र संख्या-14 से इस बार भी क्षेत्र का विकास करने का मौका दिया है. शीला देवी पिछले चुनाव में भी खड़ी थी, पर कुछ मत से पराजित हो गयी थीं. उन्हें पांच साल इंतजार करने के बाद क्षेत्र का जनप्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है. इसके अलावा क्षेत्र संख्या तीन से शिवरतिया देवी, चार से सुनीता कुमारी, पांच से कुमारी अनुपम सिन्हा, छह से संगीता सिंह, सात से जयंती देवी, आठ से नीतू सिंह, नौ से दीनानाथ विश्वकर्मा, 10 से महिपत राम, 11 से शंकर यादव, 12 से नसरीन निशा, 13 से आशिफ साह, 16 से सरोज देवी, 17 से बैजंती कुमारी, 18 से अनिल कुमार, 19 से सुनीता देवी, 20 से कविता देवी, 21 से बैजनाथ पासवान, 22 से धनमती देवी, 23 से अजय भुइंया, 24 से सुमन कुमारी, 25 से गीता देवी, 26 से शशिभूषण शर्मा, 27 से कुंती देवी व 28 से रेखा देवी को पहली बार जिला पार्षद सदस्य बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. इधर, चुनाव परिणाम आ जाने के बाद जिप अध्यक्ष बनने की होड़ तेज हो गयी है. जिला पार्षद सदस्यों को खरीद फरोख्त करने का काम शुरू हो गयी है. हालांकि, अब तक कोई नाम सामने नहीं आया है.
निवर्तमान अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को मिली शिकस्त
पांच साल तक जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की कुर्सी पर रह चुके जनप्रतिनिधियों को इस बार के पंचायत चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा. निवर्तमान जिप अध्यक्ष रंजु देवी पांच हजार से अधिक मतों से पराजित हुई, तो उपाध्यक्ष रहे विमला देवी को तीसरा स्थान से संतोष करना पड़ा. इसके अलावा और कई दिग्गज प्रत्याशियों को काफी मतों से हार का सामना करना पड़ा है, जिनमें पूर्व जिप अध्यक्ष व कुटुंबा के पूर्व विधायक रेणु देवी के पति पंकज पासवान भी हैं.
हर पंचायत में दिखेंगे अधिकतर युवा जनप्रतिनिधि
पंचायत चुनाव-2016 में निर्वाचित हुए अधिकतर जनप्रतिनिधि युवा हैं, जिनके हाथों में पंचायत के विकास का बागडोर है. अब यह देखना यह होगा कि जिस उम्मीद के साथ जनता ने युवा प्रत्याशियों के हाथों को मजबूत किया है, क्या वह उस उम्मीद पर खरा उतर पायेंगे या नहीं? इस बार के चुनाव में जनता पुराने चेहरे को छोड़ नये उम्मीदवारों के हाथों में क्षेत्र का विकास करने का मौका दिया है. अब देखना यह है वह लोगों के विश्वास पर कितना खड़ा उतरते हैं. वैसे जिले के 204 पंचायतों में अधिकांश पंचायतों का विकास करने का मौका युवा प्रत्याशियों के हाथ में है.