रुपये गबन मामले में दोषी पर होगी कार्रवाई

एसपी ने सुनीं दोनों पक्षों की बात जनता दरबार में की गयी थी रुपये गबन करने की शिकायत औरंगाबाद (नगर) : शनिवार को पुलिस अधीक्षक बाबू राम ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पवई गांव में पहुंच कर एक गबन मामले की जांच की. इस दौरान दोनों पक्ष के लोगों से घंटों देर तक पूछताछ की. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 26, 2016 8:09 AM
एसपी ने सुनीं दोनों पक्षों की बात
जनता दरबार में की गयी थी रुपये गबन करने की शिकायत
औरंगाबाद (नगर) : शनिवार को पुलिस अधीक्षक बाबू राम ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पवई गांव में पहुंच कर एक गबन मामले की जांच की. इस दौरान दोनों पक्ष के लोगों से घंटों देर तक पूछताछ की. पूरा मामला यह है कि पवई गांव निवासी बद्री पासवान ने अप्रैल माह में पुलिस अधीक्षक के जनता दरबार में आवेदन दिया था, जिसमें गांव के निलेश सिंह, कमलेश सिंह सहित अन्य लोगों पर जाति सूचक शब्द का प्रयोग कर मारपीट करने एवं जबरन जमीन लिखवाने की शिकायत की थी.
इसके आधार पर पुलिस अधीक्षक ने मुफस्सिल थाने में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया. एसपी के आदेश पर मुफस्सिल थाना कांड संख्या 77/16 बद्री पासवान के बयान पर दर्ज किया गया था, जिसमें निलेश सिंह, कमलेश सिंह सहित अन्य लोगों को आरोपित बनाया गया था.
वहीं दूसरे पक्ष के द्वारा न्यायालय में पैसा लेकर जमीन नहीं लिखने का मामला बद्री पासवान के पर लगाया गया था. मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने शनिवार को स्वयं पवई गांव पहुंचे और दोनों पक्ष के लोगो व ग्रामीणों को शिव मंदिर के पास बुलाकर अपनी-अपनी पक्ष रखने की बात कही. इस दौरान न तो निलेश सिंह उपस्थित हुए और न ही कमलेश सिंह, बल्कि निलेश सिंह के पिता आये और बताया कि मेरा पुत्र निलेश ने 11 लाख रुपये बद्री पासवान को जमीन लेने के लिये दिया था.
एसपी ने जब पूछा कि पैसा कहां से आया तो निलेश सिंह पिता ने बताया कि पांच लाख रुपये पड़ोसी रंजीत सिंह से कर्ज पर लिया था, तीन लाख रुपये का धान बेचा था, ढाई लाख रुपये साला से लिया था और डेढ लाख रुपये घर का था. एसपी ने पूछा कि कोई व्यक्ति कर्ज लेकर जमीन खरीदता है क्या. जमीन लिखवाने के पहले पैसा देता है क्या? इस पर न तो निलेश के पिता कोई संतोषजनक जवाब दे सके और न ही ग्रामीण. एसपी ने बद्री पासवान से पूछा कि आप 11 लाख रुपये लेकर क्या किये, तो इन्होंने साफ शब्दों में कहा कि निलेश सिंह से कोई पैसा नहीं लिया हूं, बल्कि जबरन जमीन लिखवाना चाह रहे हैं.
मुझे काफी दिन पहले कचहरी में एक पेपर पर अंगूठा का निशान भी ले लिये है और मुझे बराबर जमीन लिखने के लिये दबाव बना रहे हैं. एसपी ने दोनों पक्षों की बात सुनने की बाद कहा कि प्रथम दृष्टया यह मामला गलत प्रतित होता है. बद्री पासवान को सिर्फ परेशान किया जा रहा है फिर भी मामले को गंभीरता से जांच किया जा रहा है. जो भी लोग दोषी होंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.

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