औरंगाबाद में दो कट्टर माओवादियों ने समर्पण किया

औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबाद जिले में पुलिस अधीक्षक के सामने दो माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया जिनमें से एक बारुदी सुरंग विस्फोट मामले में वांछित था जिसमें आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी थी. पुलिस अधीक्षक बाबू राम ने बताया कि दोनों माओवादियों ने कल आत्मसमर्पण किया. उनकी शिनाख्त नरेश मिस्त्री उर्फ ददन और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 22, 2016 4:46 PM

औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबाद जिले में पुलिस अधीक्षक के सामने दो माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया जिनमें से एक बारुदी सुरंग विस्फोट मामले में वांछित था जिसमें आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी थी. पुलिस अधीक्षक बाबू राम ने बताया कि दोनों माओवादियों ने कल आत्मसमर्पण किया. उनकी शिनाख्त नरेश मिस्त्री उर्फ ददन और संजय सिंह के तौर पर हुई है. नरेश जहानाबाद जेल तोड़ने का आरोपी है जबकि संजय बारुदी सुरंग विस्फोट मामले में वांछित था जिसमें जिले के आठ पुलिसकर्मी मारे गये थे.

एक नक्सली है विस्फोट का आरोपी

उन्होंने कहा कि नरेश प्रतापपुर गांव का रहने वाला है जबकि संजय गानू गांव का निवासी है. पुलिस अधीक्षक ने दावा किया कि ‘ऑपरेशन विश्वास’ के तहत शुरू किए समुदायिक अभियान से दोनों प्रभावित थे और उन्होंने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. इस बीच एक अन्य घटना में भाकपा :माओवादी: के संदिग्ध कैडर ने कल देर रात जिले के बख्शीविद्या गांव में एक सौर उर्जा कंपनी के शिविर में आग लगा दी.

सोलर प्रोजेक्ट कंपनी के साइट पर हमला

कसमा थाने के प्रभारी नरोत्तम चंद्रा ने आज बताया कि सौर उर्जा शिविर में कर्मचारी काम कर रहे थे तभी हथियारबंद माओवादी शिविर में आए और उन्होंने कंपनी के वाहनों में आग लगा दी. चंद्रा ने कहा कि कंपनी की दो जेसीबी मशीनों, दो मिक्सर मिशनों और पांच ट्रैक्टरों को आग के हवाले कर दिया. घटना में कोई कर्मचारी या व्यक्ति जख्मी नहीं हुआ है.एसएचओ ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह माओवादियों का काम लगता है. वे उगाही के लिए कोई पर्चा छोड़ कर नहीं गये हैं.उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की छानबीन करने के साथ ही में मामले में संलिप्त लोगों को पकड़ने के लिए छापेमारी भी कर रही है.

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