वार्ड पार्षद ने पुराने नाले की मरम्मत करा लगा दिया नया शिलापट्ट
मनमानी. गंज मुहल्ले में है पानी व नाली सबसे बड़ी समस्या निकासी नहीं होने के कारण घरों में घुस जाता है बारिश का पानी वार्ड पार्षद से समस्या बताने में डरते हैं मुहल्ले के लोग औरंगाबाद सदर : गर पर्षद के वार्ड संख्या नौ गंज मुहल्ले की स्थिति बड़ी अजीब है. लोग यहां के वार्ड […]
मनमानी. गंज मुहल्ले में है पानी व नाली सबसे बड़ी समस्या
निकासी नहीं होने के कारण घरों में घुस जाता है बारिश का पानी
वार्ड पार्षद से समस्या बताने में डरते हैं मुहल्ले के लोग
औरंगाबाद सदर : गर पर्षद के वार्ड संख्या नौ गंज मुहल्ले की स्थिति बड़ी अजीब है. लोग यहां के वार्ड पार्षद के प्रभाव से घबराये रहते हैं. अपनी जरूरी सुविधा और समस्या को भी खुल कर जनप्रतिनिधि के समक्ष रखना मुनासिब नहीं समझते. वार्ड नौ में बुनियादी जरूरत पेयजल की समस्या से लोग घिरे हैं. वार्ड में एक सामुदायिक भवन भी बना है. सामुदायिक भवन का इस्तेमाल ज्यादातर गोदाम के रूप में किया जाता है. इस सामुदायिक भवन में पेयजल सुविधा के लिए मोटर लगा हैं. लेकिन, वह भी कई महीनों से खराब पड़ा है. उन्हें खुल कर समस्या बताने में डर लगता हैं कि कही वार्ड पार्षद उन पर आग बबूला न हो जाये.
जलजमाव से होती है परेशानी : स्थानीय लोगों से बात करने पर पता चला की कि वार्ड नौ के गंज मुहल्ले में रॉयल होटल के पीछे सब्जी मंडी से होते हुए मदरसा रोड तक जिस नाली का निर्माण लाखों रुपये के खर्च से कराया गया, उसकी हकीकत कुछ और ही है.
पुराने नाले को ही ठीक तरीके से प्लास्टर करा कर नया जैसा तैयार कर दिया गया और उसके ऊपर सीमेंट के पटिये बिछा दिये गये. इससे नाले की समस्या तो दूर हो गयी. लेकिन, नाले को नये तरीके से नहीं बनाये जाने के कारण आज भी मुहल्लेवासी बरसा के दिनों में जलजमाव के संकट से घिरे हैं. नाली का पानी ओवर फ्लो होकर सड़कों पर चला आता है. मुहल्ले के पुराने मकान सड़क से नीचे होने के कारण नालियों का पानी लोगों के घरों में घुस आता है. पुराने नाले पर ही वार्ड पार्षद आजमा खानम और चेयरमैन श्वेता गुप्ता के नाम का शिलापट्ट लगा दिया गया है.
चापाकल नहीं करते काम : वार्ड नौ की स्थिति पेयजल को लेकर इतनी बदतर है कि लोगों की आबादी के अनुसार यहां चापाकल नहीं दिखते. स्थानीय लोग बताते हैं कि मुहल्ले में 50 घरों की आबादी पर एक चापाकल भी नहीं है, जो भी चापाकल लगे वो लगने के साथ ही खराब होते चले गये. वार्ड में एक भी चापाकल सही तरीके से काम नहीं करता.
वार्ड पार्षद से लेकर चेयरमैन श्वेता गुप्ता तक कोई भी सुनने को तैयार नहीं. पेयजल की स्थिति इतनी गंभीर है कि इस मुहल्ले में गरमी के मौसम मे एक दूसरे के घर से लोग पानी लेकर काम चलाते हैं. शिकायत का कोई फायदा नहीं होता. इस वजह से नगर पर्षद को शिकायत नहीं करते. स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि सब्जी मंडी के पीछे नाले के समीप एक अवैध तरीके से अर्द्धनिर्मित भवन खड़ा कर दिया गया है. आज तक वार्ड के लोगों को स्पष्ट नहीं हो सका कि सरकारी रुपये से उस भवन का निर्माण क्यो कराया गया.
लोगों की शिकायत गलत है
मुहल्ले के लोगों की शिकायत गलत है. जिस किसी ने भी शिकायत की है वो स्पष्ट रूप से सामने आये. वार्ड के कई सड़कों की पीसीसी करायी गयी, जो पुराने नाले की बात बार-बार उठती है उसके निर्माण में सात लाख 44 हजार रुपये खर्च किये गये हैं. इसकी जांच करायी जा सकती है. पेयजल को लेकर चापाकल भी वार्ड में लगाये गये हैं. लोगों के हर बुनियादी जरूरत को पूरा करते हैं. इसी लिये मेरे परिवार के लोग 15 साल से इस वार्ड पर राज कर रहे हैं. भवन का जो निर्माण कराया गया है, वह अधूरा है, नगर पर्षद की वो दुकान है, जिसका टैक्स लिया जाता है.
मरगुब आलम उर्फ मुन्नू, वार्ड पार्षद प्रतिनिधि वार्ड नंबर-9
पेयजल की समस्या नहीं हुई दूर
मुहल्ले में पेयजल की समस्या बहुत पुरानी है. आज तक किसी जनप्रतिनिधि ने पेयजल समस्या को दूर नहीं किया. गंज मुहल्ले में जो नाला का निर्माण कराया गया है, उसकी गहरायी काफी कम है, जिसके कारण नाली ओवर फ्लो होकर सड़क पर बहता है.
मो आमीर
सामुदायिक भवन में जो मोटर लगा लगा था वह कई दिनों से खराब पड़ा है. इस नल के सहारे कई घर में पानी की आपूर्ति होती थी. चापाकल की कमी के कारण जैसे-तैसे पानी की व्यवस्था की जाती है. जलजमाव की समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा.
मो जावेद
रॉयल होटल के पीछे सब्जी मंडी में जो नाला का निर्माण कराया गया है, उसके समीप बनाया गया एक अर्द्धनिर्मित भवन को अगर पेशाब घर के रूप में तब्दील कर दिया जाये तो सब्जी व्यवसायियों को बड़ी राहत पहुंचेगी. नये नाले का निर्माण नहीं कराया गया.
विनोद कुमार राम
मुहल्ले में गंदगी का अंबार लगा रहता है. कभी-कभार ही सफाई होती है. नगर पर्षद गंज मुहल्लावासियों को स्वच्छ व साफ-सुथरा वार्ड बनाने में सहायता नहीं कर रहा. पिछले 15 साल से वार्ड जस का तस है.
मो चांद
वार्ड नौ की समस्या पर किसी जनप्रतिनिधि का ध्यान नहीं . वार्ड पार्षद भी ध्यान नहीं देती. संभव हो तो पेयजल संकट को यथाशीघ्र दूर किया जाये. एक दूसरे के घर से लोग पानी भर कर काम चलाते हैं. चापाकल बिगड़ने पर वह भी नसीब नहीं होता.
मो मोइन