जोनल कमांडर दारा यादव सहित तीन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

औरंगाबाद शहर : औरंगाबाद जिले के विभिन्न थानों के 16 मामलों में वांछित रहे खूंखार नक्सली सबजोनल कमांडर दारा यादव उर्फ ददन जी सहित तीन नक्सलियों ने समाज की मुख्य धारा में शामिल होने के लिये मंगलवार को औरंगाबाद पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया. देव के राजा जगन्नाथ उच्च विद्यालय के प्रांगण में आत्मसमर्पण करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2016 6:11 AM
औरंगाबाद शहर : औरंगाबाद जिले के विभिन्न थानों के 16 मामलों में वांछित रहे खूंखार नक्सली सबजोनल कमांडर दारा यादव उर्फ ददन जी सहित तीन नक्सलियों ने समाज की मुख्य धारा में शामिल होने के लिये मंगलवार को औरंगाबाद पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया. देव के राजा जगन्नाथ उच्च विद्यालय के प्रांगण में आत्मसमर्पण करने वाले जोनल कमांडर दारा यादव, सक्रिय सदस्य अनिल चंद्रवंशी और रमेश यादव को एसपी बाबूराम, एसडीपीओ पीएन साहू, एएसपी अभियान राजेश भारती, कोबरा के उप समादेष्टा दीपक तिवारी, सीआरपीएफ 153वीं बटालियन के उप समादेष्टा ज्ञानेंद्र कुमार, एसएसबी के सहायक समादेष्टा दुर्गा सिंह, चीता 20 के अधिकारी सुनील कुमार ने माला पहना कर स्वागत किया.
सैकड़ों की भीड़ वहां पर उपस्थित थी. एसपी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि दारा यादव, ढिबरा थाना क्षेत्र के वन विशुनपुर गांव का रहने वाला है. जबकि, अनिल चंद्रवंशी गोह थाना क्षेत्र के खैरा मोहन और रमेश यादव सलैया थाना क्षेत्र के राजा बिगहा गांव का है.
इनको आत्मसमर्पण करने में इनके ही परिवार के सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. एसपी ने बताया कि ऑपरेशन विश्वास के तहत जिला पुलिस, कोबरा, सीआरपीएफ, एसएसबी द्वारा नक्सलियों के परिवारों से लगातार संपर्क स्थापित कर यह विश्वास दिलाया जाता था कि वे गैर कानूनी गतिविधियों को छोड़ कर समाज के मुख्यधारा में शामिल हों, ताकि उनको उग्रवादी आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत देय सभी लाभ दिलाया जा सके.
8 जनवरी को बांध गोरेया जंगल में मुठभेड़ के दौरान चार नक्सलियों को मारे जाने और फिर 18 जुलाई को गया के डुमरी जंगल में तीन नक्सलियों के मारे जाने कारण नक्सली पार्टी छोड़ कर भाग रहे हैं. इन तीनों ने भागने के बजाय पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्य धारा में लौटने का रास्ता चुना. एसपी ने बताया कि दारा यादव पर अंबा, ढिबरा, देव, मदनपुर और गोह थाने में कई मामले दर्ज हैं.

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