11 दिनों तक गणपति बप्पा के जयघोष से गूंजेगा शहर
औरंगाबाद कार्यालय : औरंगाबाद की धरती पर भगवान सिद्धि विनायक गणेश जी की होने वाले जन्मोत्सव समारोह के आयोजन में मात्र तीन दिन शेष बचे हैं. 5 से 15 सितंबर तक होने वाले गणपति जन्मोत्सव समारोह की तिथि जैसे-जैसे नजदीक पहुंच रही है , वैसे वैसे यहां के लोगों में उत्साह बढ़ते जा रहा है. […]
औरंगाबाद कार्यालय : औरंगाबाद की धरती पर भगवान सिद्धि विनायक गणेश जी की होने वाले जन्मोत्सव समारोह के आयोजन में मात्र तीन दिन शेष बचे हैं. 5 से 15 सितंबर तक होने वाले गणपति जन्मोत्सव समारोह की तिथि जैसे-जैसे नजदीक पहुंच रही है , वैसे वैसे यहां के लोगों में उत्साह बढ़ते जा रहा है.
शहर से गांव तक के लोग इस उत्सव का आनंद उठाने के लिये बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. समारोह के आयोजनकर्ता भी अपनी तैयारी का अंतिम रूप देने में जुट गये हैं. मिली जानकारी के अनुसार मंदिर के गर्भगृह को सजाने के लिये आसनसोल से आये कारीगर अपना कारीगरी का अंतिम रूप देने में जुटे हैं, तो मंदिर के बाहरी स्वरूप को निखारने के लिये रांची व खड़गपुर से आये कारीगर अपना कला से मंदिर को साजने संवारने में लगे हुए हैं. मंदिर का संपूर्ण भाग पीले रंग में ऐसे रंगे हैं, जैसे पितांबर वस्त्र की चादर से पूरा मंदिर को ढक दिया गया है. मंदिर के इस सुनहरे स्वरूप को देखने के लिये लोगों की भीड़ जुटने लगी है. लोग इसे कलाकारी का कलात्मक केंद्र बता रहे हैं. इसके पीछे तथ्य जो छिपी है, वह यह है कि अभी तक लोग घर, मकान, होटल को एसीपी कराकर उसके स्वरूप को आकर्षक बनाते हैं, लेकिन गणपति मंदिर पहला ऐसा मंदिर है जिसे एसीपी के पीले रंग के
महाआरती के समय लग जाती है नो इंट्री
गणपति उत्सव समारोह में दस दिन तक महाआरती होती है. शाम सात बजे शुरू होने वाली महाआरती के लिये पुलिस प्रशासन के द्वारा एक घंटे तक मंदिर परिसर के ईद-गिर्द वाहनों का परिचालन रोक दिया जाता है. महाआरती के समय पुलिस पदाधिकारी के साथ दर्जनों जवान सुरक्षा की कमान संभालते हैं. महिला पुलिस को महिलाओं की सुरक्षा में लगाया जाता है और पुलिस के जवान पूरी मुस्तैदी से अपना दायित्वों का निर्वहन करते हैं.
15 सितंबर को निकाली जायेगी शोभा यात्रा
गणपति उत्सव समारोह के 11वें दिन भव्य शोभा यात्रा निकाली जाती है. इस बार भी यह शोभा यात्रा आकर्षक व बडे पैमाने निकाले जाने की योजना है. मंदिर कमेटी के अध्यक्ष प्रकाश कुमार, सचिव राहुल कुमार, मुख्य पुजारी मृत्युंजय पाठक ने जानकारी दी है, इस बार के शोभा यात्रा में हाथी घोडा के साथ- साथ वाराणसी से रथ मंगवाये जा रहे हैं. वृंदावन और दिल्ली से आये कलाकार कृष्ण लीला, शिव पार्वती तांडव नृत्य जैसे कई मनमोहक नृत्य पेश करेंेगे. वहीं दांडिया भी होगी.
अल्यूमीनियम शीट से दिया नया स्वरूप
आयोजन का मुख्य कार्यक्रम है सिद्धि विनायक की होने वाली महाआरती
औरंगाबाद के गणपति मंदिर में होने वाली महाआरती को देखने के लिये अन्य शहरो से भी लोग आते हैं, पिछले कई वर्षो से झुमरी तिलैया, सासाराम, डेहरी, हरिहरगंज से लोग पहुंचे थे.
इस बार भी संभावना है कि लोग यहां की महाआरती देखने पहुंचेगे. औरंगाबाद की स्थिति तो यह है कि शहर से गांव तक के लोग इस महाआरती में शामिल होने के लिये इतना उत्सुक होते हैं कि गांव से आने वाले लोग पूरी रात शहर में ही बिता देते हैं और शहर के लोग महाआरती के समय आगे खड़ा होने के लिये चार घंटा पूर्व से ही मंदिर में पहुंचने लगते हैं.