हर घर को पाइप लाइन से मिलेगा पानी

साल के आखिर में शुरू होगी शहर में अमृत योजना शहर को नौ जोन में बांट कर योजना पर होगा अमल औरंगाबाद शहर : औरंगाबाद शहर की अति महत्वाकांक्षी योजना को मूर्त रूप देने की तैयारी अब शुरू कर दी गयी है. अमृत योजना के तहत शहरवासियों को पाइप लाइन के माध्यम से पानी देने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2016 7:21 AM
साल के आखिर में शुरू होगी शहर में अमृत योजना
शहर को नौ जोन में बांट कर योजना पर होगा अमल
औरंगाबाद शहर : औरंगाबाद शहर की अति महत्वाकांक्षी योजना को मूर्त रूप देने की तैयारी अब शुरू कर दी गयी है. अमृत योजना के तहत शहरवासियों को पाइप लाइन के माध्यम से पानी देने के प्रयास को अब अमलीजामा पहनाया जाने लगा है.
कोई रूकावट नहीं हुई, तो दिसंबर महीने के मध्य में कार्य प्रारंभ हो जायेगा. 96 करोड़ रुपये की इस योजना में 50 प्रतिशत केंद्र सरकार, 30 प्रतिशत राज्य सरकार और 20 प्रतिशत स्थानीय नगर निकाय का सहयोग है. पता चला है, कि 29 करोड़ 15 लाख रुपये केंद्र सरकार से बिहार राज्य जल पर्षद को प्राप्त भी हो गये हैं. औरंगाबाद शहर को हर घर पानी पहुंचाने के उद्देश्य से 9 जोन में बांटा गया है. तीन वार्ड मिला कर एक संप हाउस और एक टावर का निर्माण कराया जायेगा. नगर पर्षद की मुख्य पार्षद श्वेता गुप्ता ने बताया कि पूरे शहर में 9 संप हाउस और 9 टावर लगाया जायेगा. इसके लिये स्थल चयन का काम भी लगभग पूरा कर लिया गया है.
रामाबांध, पीएचइडी कॉलोनी, ठाकुरबाड़ी रोड, राजर्षि विद्यामंदिर, चुप शाह बाबा मजार के समीप टावर लगाया जायेगा. टेंडर की प्रक्रिया प्रारंभ है. अब शहरवासियों को पेयजल समस्याओं से जूझना नहीं पड़ेगा. मुख्य पार्षद ने यह भी बताया कि अमृत योजना का मुख्य प्वाइंट मंजुराही गांव को बनाया गया है. यहां पर मुख्य टावर का निर्माण होगा और इसी मुख्य टावर से शहर के चारों तरफ शुद्ध पेयजल की सप्लाई की जायेगी. इस कार्य को निर्बाध रूप से जारी रखने के लिये प्लानिंग बनायी गयी है. बताते चलें कि गर्मियों के मौसम में औरंगाबाद शहर के बराटपुर, पठानटोली, टिकरी मुहल्ला सहित कई मुहल्लों में पेयजल संकट गहरा जाता है.
खासकर, पठानटोली के इलाके में वाटर टैंक से पानी की सप्लाई की जाती है. इसी समस्या से निजात दिलाने के लिये अमृत योजना की शुरुआत हुई है.
श्वेता गुप्ता की मानें, तो औरंगाबाद शहर बिहार के उन 25 शहरों में शामिल है, जिसे अमृत योजना के लिये चुना गया है. यहां यह भी बता दें कि औरंगाबाद शहर को पाइप लाइन से जोड़ने के लिये पूर्व में भी प्रयास किये गये हैं. 15 वर्ष पहले मंजुराही में पाइप लाइन की शुरुआत की गयी थी, लेकिन एनएच के चौड़ीकरण के दौरान इस योजना का पटाक्षेप हो गया था. लाखों रुपये की पाइप बरबाद हो गयी.

Next Article

Exit mobile version