गिरफ्तार होते ही बेहोश हुई प्रधानाध्यापिका

गबन मामले में आरोपित मध्य विद्यालय, कनबहेरी की प्रभारी एचएम सात लाख रुपये की लागत से बन रहा विद्यालय भवन अब भी अपूर्ण औरंगाबाद शहर : मध्य विद्यालय कनबहेरी की प्रभारी प्रधानाध्यापिका गिरिश नंदनी को विद्यालय से ही मुफस्सिल थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. प्रधानाध्यापिका पर भवन निर्माण में गड़बड़ी व गबन का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 21, 2016 7:04 AM

गबन मामले में आरोपित मध्य विद्यालय, कनबहेरी की प्रभारी एचएम

सात लाख रुपये की लागत से बन रहा विद्यालय भवन अब भी अपूर्ण
औरंगाबाद शहर : मध्य विद्यालय कनबहेरी की प्रभारी प्रधानाध्यापिका गिरिश नंदनी को विद्यालय से ही मुफस्सिल थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. प्रधानाध्यापिका पर भवन निर्माण में गड़बड़ी व गबन का मामला दर्ज था. मंगलवार की सुबह ड्यूटी के दौरान ही पुलिस ने उनके कार्यालय कक्ष से ही गिरफ्तार किया. जैसे ही पुलिस अधिकारी ने उन्हें गिरफ्तार करने की बात कही, वैसे ही प्रधानाध्यापिका बेहोश हो गयी. आनन-फानन में उन्हें इलाज के लिये सदर अस्पताल लाया गया. जहां ड्यूटी पर कार्यरत चिकित्सक व डीएस डाॅ राजकुमार प्रसाद ने भरती कर इलाज शुरू कर दिया.
इस दौरान प्रधानाध्यापिका के पुत्र राकेश कुमार ने पुलिस व शिक्षा विभाग के कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए अस्पताल परिसर में ही बवाल किया. राकेश ने मीडिया को बताया कि पांच साल पहले सात लाख रुपये विद्यालय के भवन निर्माण के लिये सर्व शिक्षा अभियान द्वारा आवंटित किये गये थे. प्रारंभ में पांच लाख रुपये दिये गये और फिर तीन साल बाद एक लाख 45 हजार रुपये दिये गये. भवन निर्माण का कार्य विभाग की ढुलमुल नीति के कारण अभी भी चल रहा है.
विभाग के जेइ 50 हजार रुपये घूस के तौर पर मांग रहे हैं, लेकिन विभाग द्वारा गबन की प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी. इधर, सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ मिथिलेश कुमार सिंह ने बताया कि भवन अपूर्ण है, इसलिए प्रभारी प्रधानाध्यापिका पर मामला दर्ज कराया गया. पूरे जिले में 190 प्रधानाध्यापक पर मामला दर्ज हुआ है. अगर कोई पैसा मांगने की बात कहता है, तो यह निराधार है. इधर, पता चला है कि प्रभारी प्रधानाध्यापिका द्वारा भवन निर्माण के कार्य में काफी लेटलतीफी व अनियमितता की शिकायत है.

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