अखंड सौभाग्य के लिए आंवले की पूजा

औरंगाबाद सदर. अक्षय नवमी के अवसर पर बुधवार को प्रसिद्ध धार्मिक स्थल शाहपुर ठाकुरबाड़ी रोड स्थित सूर्यमंदिर प्रांगण में महिलाओं ने आंवले व पीपल पेड़ की पूजा की. विधि-विधान से वृक्ष की पूजा करते हुए महिलाओं ने अखंड सौभाग्य की कामना की. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के नवमी तिथि को आंवला नवमी, आरोग्य नवमी, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2016 8:49 AM
औरंगाबाद सदर. अक्षय नवमी के अवसर पर बुधवार को प्रसिद्ध धार्मिक स्थल शाहपुर ठाकुरबाड़ी रोड स्थित सूर्यमंदिर प्रांगण में महिलाओं ने आंवले व पीपल पेड़ की पूजा की. विधि-विधान से वृक्ष की पूजा करते हुए महिलाओं ने अखंड सौभाग्य की कामना की. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के नवमी तिथि को आंवला नवमी, आरोग्य नवमी, अक्षय नवमी, कुष्मांड नवमी के नाम से भी जाना जाता है. शहर के मठ मंदिरों और दर्शनीय स्थलों पर लोगों ने अपने परिजनों और मित्रों के साथ आंवला पूजा कर पिकनिक भी मनायी. ऐसी मान्यता है कि अक्षय नवमी के दिन महिलाएं आंवला वृक्ष व भगवान विष्णु की पूजा कर आंवले की पेड़ के नीचे बैठ कर अपने परिवार व मित्रों के साथ भोजन आदि करते हैं.
इस अवसर पर लोगों ने आंवले के पड़ के नीचे विधि-विधान से पूजा कर प्रसाद ग्रहण किया और पिकनिक भी मनाया. महिलाओं ने बताया कि इस दिन आंवले के पेड़ के नीचे भोजन करना सौभाग्य और अतिमंगलकारी होता है. शास्त्रों के अनुसार अक्षय नवमी पर जो पुण्य किया जाता है, उसका फल कई जन्मों तक मिलता है. महिलाओं ने इसी आस्था के साथ दान-पूजा आदि की. महिलाएं आंवले के वृक्ष के नीचे पूजा-अर्चना करने के बाद भतुआदान यानी गुप्त दान भी किया. शहर के ठाकुरबाड़ी मंदिर, अदरी नदी तट आदि जगहों पर आंवला वृक्ष के नीचे महिलाएं इकट्ठा हुईं और अखंड सौभाग्य के लिये पूजा-अर्चना की.

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