औरंगाबाद शहर : जब घर का झगड़ा रोड पर आ जाये तो, तमाशा बनना लाजिमी है. कुछ लोग ऐसे भी हैं जो शर्म और हया को त्याग कर अपनी इज्जत को सड़क पर नीलाम करने से भी परहेज नहीं करते. इसी का उदाहरण शुक्रवार की दोपहर सदर अस्पताल परिसर में दिखा. रेडक्रॉस कार्यालय के ठीक सामने दो समधन आपस में भिड़ गयीं. शादी से लेकर अब तक की बातें रोड पर सार्वजनिक कर दी गयीं. एक समधन ने अपनी बहू को कोसा, तो दूसरे ने अपने दामाद को. पूरे परिवार की इज्जत की धज्जियां उड़ाने में भी दोनों ने कोई कसर नहीं छोड़ी.
इस लड़ाई को देखने के लिए सैकड़ों लोग तमाशबीन होकर देखते रहे, पर किसी ने भी दो परिवारों के बीच के विवाद को सलटाने की कोशिश नहीं की. अस्पताल की आशा, ममता सहित इलाज कराने पहुंचे मरीज व उनके परिजन भी झगड़े का मजा लेते रहे. एक समय तो नौबत खिंचा-तानी पर भी आ गयी थी. इसी बीच रेडक्रॉस के कुछ कर्मी वहां पर पहुंचे और झगड़ रहे दोनों समधन और उसके परिवारवालों को समझा-बुझा कर शांत कराया, तब जाकर तमाशा समाप्त हुआ. सवाल यह उठता है कि जब दो परिवारों के बीच जब आपसी रिश्ते शर्मसार हो रहे थे, तो तमाशबीन रहे लोग आनंद ले रहे थे. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमारा समाज कहां है और कितना विकास किया है.