बच्चों के भविष्य पर मंडरा रहा संकट !

औरंगाबाद (कोर्ट):आज से शुरू हो रहे इंटर की परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को शुक्रवार को भी एडमिट कार्ड नहीं मिलने से उनके सामने संकट उत्पन्न हो गया है. जिले के शिक्षकेतर कर्मचारी 11 फरवरी से ही अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इससे न केवल पठन-पाठन बाधित हुआ, बल्कि स्नातक का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 15, 2014 2:44 AM

औरंगाबाद (कोर्ट):आज से शुरू हो रहे इंटर की परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को शुक्रवार को भी एडमिट कार्ड नहीं मिलने से उनके सामने संकट उत्पन्न हो गया है. जिले के शिक्षकेतर कर्मचारी 11 फरवरी से ही अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इससे न केवल पठन-पाठन बाधित हुआ, बल्कि स्नातक का फॉर्म भरने व इंटर की परीक्षा के लिए बांटे जा रहे एडमिट कार्ड का काम भी बाधित हुआ. 15 फरवरी से शुरू होने वाली इंटर की परीक्षा में 32 हजार 657 परीक्षार्थी शामिल होंगे, जिसमें लगभग चार हजार परीक्षार्थी एस सिन्हा कॉलेज, रामलखन यादव कॉलेज व किशोरी सिन्हा महाविद्यालय के हैं. यहां के शिक्षकेतर कर्मचारी अनिश्चिकालीन हड़ताल पर गये हैं. इन तीनों महाविद्यालयों को परीक्षा केंद्र भी बनाया गया है, जो जिले के बड़े व प्रमुख महाविद्यालयों में शामिल हैं.

इन तीनों महाविद्यालयों के शिक्षकेतर कर्मचारियों ने बिहार राज्य विश्वविद्यालय महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर पिछले चार दिनों से हड़ताल शुरू की है. इन शिक्षकेतर कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से 15 फरवरी से शुरू होने वाले इंटर की परीक्षार्थियों को एडमिट कार्ड भी नहीं मिल पाया है. इससे परीक्षार्थियों के सामने एक बड़ा संकट उत्पन्न हो गया है. एडमिट कार्ड नहीं मिलने को लेकर परीक्षार्थी सड़क पर भी उतर आये और शुक्रवार को एनएच को जाम किया. प्रशासन द्वारा एडमिट कार्ड बंटवाने के आश्वासन पर जाम हटाया गया. लेकिन, शिक्षकेतर कर्मचारियों ने एडमिट कार्ड बांटने से इनकार किया है. इंटर की परीक्षा को बाधित करने का भी निर्णय शिक्षकेतर कर्मचारियों ने सर्वसम्मति से लिया है. जिले में इंटर की परीक्षा के लिए 27 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. इनमें एस सिन्हा कॉलेज, किशोरी सिन्हा कॉलेज व रामलखन सिंह यादव कॉलेज भी शामिल हैं. इन तीनों कॉलेजों के शिक्षकेतर कर्मचारियों ने हर हाल में इंटर की परीक्षा को बाधित करने का निर्णय लिया है. इसकी सूचना पहले ही प्रशासन को दे दी है.

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