औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबाद जिले के बारूण में पुलिस द्वारा बजरंग दल के प्रदेश संयोजक वीरेंद्र कुमार की गिरफ्तारी के बाद शनिवार की सुबह गुस्साए लोगों ने हाईवे को जाम कर दिया. सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी बजरंग दल के प्रदेश संयोजक को रिहा करने की मांग कर रहे थे. वीरेंद्र को पुलिस ने शनिवार की सुबह ही करीब 3.00 बजे छापेमारी कर जोगिया गांव स्थित घर से गिरफ्तार किया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वीरेंद्र कुमार की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही जोगिया गांव के नजदीक स्थानीय लोगों ने नेशनल हाईवे को जाम कर दिया. स्थानीय लोगों के द्वारा करीब तीन घंटे से भी अधिक देर तक प्रदर्शन किये जाने की वजह से सड़क पर कई किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लग गयी, जिससे लोगों के आवागमन में बाधा उत्पन्न हो गयी.
प्रदर्शनकारियों और स्थानीय निवासियों का कहना है कि मुहर्रम के समय गांव में दो पक्षों में मारपीट की घटना हुई थी. इसके बाद पुलिस ने गांव के करीब 20 हिंदू परिवारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. उनका आरोप है कि पुलिस ने इन परिवार के लोगों पर अनुचित दबाव बनाकर कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है. उन्होंने गांव के मुखिया पर ही आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस यहां के मुखिया के दबाव में आकर हिंदू परिवार के लोगों के साथ बजरंग दल के प्रदेश संयोजक वीरेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी रिहाई नहीं की जाती, सड़क जाम से मुक्त नहीं होगी.
वहीं, गिरफ्तारी के विरोध में स्थानीय लोगों के प्रदर्शन की सूचना थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार ने प्रदर्शनकारियों से वार्ता कर मामले को शांत कराया. एसडीपीओ पीएन साहू ने कहा कि वीरेंद्र कुमार के खिलाफ जोगिया गांव के ही रोशन अली ने मुकदमा दर्ज कराया है. मुहर्रम के समय हुए हंगामे में उनके खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने का आरोप है. इस मामले में फिलहाल जेल भेज दिया गया है. उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया है कि पुलिस किसी के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई नहीं करेगी.