न रैपिड एक्शन टीम न ही टेमी फ्लू की दवा
सुस्ती. सदर अस्पताल में स्वाइन फ्लू को लेकर तैयारी नहीं अलर्ट जारी होने के बावजूद प्रबंधन दिख रहा लापरवाह औरंगाबाद सदर : सदर अस्पताल की नींद गंभीर बीमारियों को लेकर देर से खुलती है.राज्य स्वास्थ्य समिति ने स्वाइन फ्लू को लेकर अलर्ट जारी कर रखा है. बावजूद सदर अस्पताल में इसको लेकर गंभीरता नहीं बरती […]
सुस्ती. सदर अस्पताल में स्वाइन फ्लू को लेकर तैयारी नहीं
अलर्ट जारी होने के बावजूद प्रबंधन दिख रहा लापरवाह
औरंगाबाद सदर : सदर अस्पताल की नींद गंभीर बीमारियों को लेकर देर से खुलती है.राज्य स्वास्थ्य समिति ने स्वाइन फ्लू को लेकर अलर्ट जारी कर रखा है. बावजूद सदर अस्पताल में इसको लेकर गंभीरता नहीं बरती जा रही है़ बता दें कि सर्दी के मौसम में स्वाइन फ्लू का खतरा बढ़ जाता है.
इसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग में इससे बचाव के लिए पहले से ही तैयारियां की जाती हैं. इस बार सदर अस्पताल फिर से पिछड़ गया है. अब तक सदर अस्पताल में न तो स्वाइन फ्लू को लेकर कोई रैपिड एक्शन टीम बनायी गयी है और न ही पर्याप्त टेमी फ्लू दवाओं की कीट पीएचसी को उपलब्ध करायी गयी है. सदर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड तो बनाये गये हैं पर उनमें स्वाइन फ्लू से बचाव को लेकर कोई व्यवस्था नहीं दिख रही. अब तक स्वाइन फ्लू के कोई मरीज नहीं पाये गये हैं,पर इससे बचाव के लिये सदर अस्पताल को पहले से अलर्ट रहने का आदेश जारी हो चुका है.
क्या है एच वन, एन वन
सदर अस्पताल के चिकित्सक बताते हैं कि यह एक प्रकार का फ्लू वायरस है. यह पहली बार 2009 में पाया गया था. वर्तमान परिस्थिति में यह एक प्रकार का मौसमी फ्लू वायरस है, जो इंसानों में पाया जाता है. स्वाइन फ्लू वायरस ज्यादा ठंडे और नमी वाले वातावरण में तेजी से फैलता है. इससे ज्यादा लोगों को संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है. इससे बचाव के लिए हाथों को साबुन व डेटॉल के पानी से धोयें,खांसते वक्त मुंह और नाक को रूमाल से ढक लें. फ्लू प्रभावित व्यक्ति से दूरी बना कर रखें. भीड़-भाड़ वाली जगहों से परहेज करना चाहिए. घर में साफ-सफाई की व्यवस्था जरूरी है. रूमाल व इन्हेलर जैसी चीजों को साफ-सुथरा रखें. पानी का पर्याप्त प्रयोग करें और पौष्टिक आहार लें.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
स्वाइन फ्लू को लेकर अब तक किसी तरह का निर्देश नहीं मिला है. इस तरह का अलर्ट जारी किया गया है, तो उसकी जानकारी सीएस को होगी. स्वाइन फ्लू से बचाव को लेकर कुछ कीटें उपलब्ध हैं. अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाये गये हैं.
डाॅ राजकुमार प्रसाद, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक
दूसरे प्रदेशों से भी आते हैं लोग
इस मौसम में दूसरे प्रदेशों से काम कर घर लौटनेवाले लोगों में स्वाइन फ्लू की आशंका जतायी जाती है.तापमान में गिरावट आने के कारण स्वाइन फ्लू का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में इस घातक बीमारी से निपटने के लिए अस्पतालों में पहले से ही पूरी तैयारी की जाती है,लेकिन इस मामले में सदर अस्पताल अब तक कोई व्यवस्था नहीं बना सका है.