ऑफिस सील कर शुरू हुई जांच
डीएम के निर्देश पर जांच के लिए पहुंचे सीओ कंपनी की ओर से दिया गया मोबाइल नंबर भी मिला बंद नौकरी देने के लिए सिक्युरिटी डिपॉजिट के नाम पर बेरोजगारों से पांच-पांच हजार वसूल रही थी नयी दिशा नाम की कंपनी औरंगाबाद नगर :बेरोजगारों को नौकरी देने के नाम पर पैसा की वसूली कर रहे […]
डीएम के निर्देश पर जांच के लिए पहुंचे सीओ
कंपनी की ओर से दिया गया मोबाइल नंबर भी मिला बंद
नौकरी देने के लिए सिक्युरिटी डिपॉजिट के नाम पर बेरोजगारों से पांच-पांच हजार वसूल रही थी नयी दिशा नाम की कंपनी
औरंगाबाद नगर :बेरोजगारों को नौकरी देने के नाम पर पैसा की वसूली कर रहे एक संस्था नई दिशा पब्लिक सर्विसेस की खबर जैसे ही ‘प्रभात खबर’ के अंक में बुधवार को छपी, वैसे ही संस्था के लोग कार्यालय बंद कर फरार हो गये. खबर छपने के बाद अधिकारियों की नींद खुली और जांच करने के लिए संस्था के कार्यालय पहुंचे तो देखा कि कार्यालय में ताला जड़ा था. बोर्ड पर जो मोबाइल नंबर अंकित किये गये थे, उस पर संपर्क करने पर बंद पाया गया.
इसके बाद जांच करने पहुंचे सदर सीओ शंकर लाल विश्वास व नगर थाना की पुलिस ने वरीय पदाधिकारी के आदेश पर कार्यालय को सील कर दिया.
बताते चलें कि नई दिशा पब्लिक सर्विसेस नाम की एक संस्था ने शहर के चितौड़नगर मुहल्ला स्थित गली नंबर चार में कार्यालय खोल कर भोले-भाले बेरोजगार युवकों को नौकरी देने के नाम पर पांच हजार रुपये की वसूली कर रही थी.
जब इसकी सूचना ‘प्रभात खबर’ को मिली, तो कार्यालय में पहुंची. इस दौरान ठगी के शिकार हुये युवक धर्मेंद्र कुमार निवासी दिलमोहम्मदगंज, आलोक कुमार निवासी सोहरइया सहित अन्य युवकों ने बताया कि विद्यालय जांच करने व पंचायत कोऑर्डिनेटर बनाने के नाम पर पांच हजार रुपये लिया गया था. जब संस्थान के कर्मियों से उससे संबंधित कागजात मांगा गया, तो नहीं दिखाया गया और जब बुधवार को खबर छपी तो कार्यालय बंद था.
इधर, खबर छपने के बाद जिलाधिकारी कंवल तनुज ने मामले को गंभीरता से लिया और सदर एसडीओ को इसकी जांच कराने का निर्देश दिया. इस पर एसडीओ सुरेंद्र प्रसाद ने अंचलाधिकारी को जांच करने के लिए भेजा. जांच करने पहुंचे सीओ ने बताया कि कार्यालय बंद पाया गया. मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया, तो वह भी बंद पाया गया. इसलिए कार्यालय को सील कर दिया गया है और कागजात की जांच की जा रही है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.