भारी वाहनों के आवागमन से बेदम हुआ दशकों पुराना पुल

सिपहा लॉक पर बने पुल की हालत खराब दाउदनगर अनुमंडल : पटना मेन केनाल पर स्थित सिपहां लॉक पर पुल भी धीरे-धीरे बदहाली का शिकार होते जा रहा है. ब्रिटिश काल में स्कूल का निर्माण किसानों के खेतों तक समुचित तरीके से सिंचाई के लिए किया गया था. नहर के सर्विस पथ पर सिंचाई विभाग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2017 8:30 AM
सिपहा लॉक पर बने पुल की हालत खराब
दाउदनगर अनुमंडल : पटना मेन केनाल पर स्थित सिपहां लॉक पर पुल भी धीरे-धीरे बदहाली का शिकार होते जा रहा है. ब्रिटिश काल में स्कूल का निर्माण किसानों के खेतों तक समुचित तरीके से सिंचाई के लिए किया गया था. नहर के सर्विस पथ पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के आवागमन के लिए इस पुल का निर्माण किया गया था, ताकि नहर के रखरखाव पर ध्यान दिया जा सके और अधिकारी नहर का निरीक्षण करते रहें. इसकी निर्धारित क्षमता नौ टन थी. बाद के दिनों में यह पुल आम लोगों के आवागमन का साधन बन गया.
अब पुल भारी वाहनों के परिचालन से बेदम होता दिख रहा है. यह पुल दाउदनगर-बारुण रोड को भगवान बिगहा होते हुए एनएच-98 स्थित पटना-औरंगाबाद मुख्य पथ से जोड़ता है. पटना से डिहरी की ओर आवागमन करने वाले व्यावसायिक वाहन इसी पुल से होकर गुजरते हैं. दाउदनगर बाजार में दिन में अधिक भीड़भाड़ रहने के कारण वाहनचालक इसी पथ को पकड़ लेना उचित समझते हैं. वाहनचालकों को लाभ होता है कि दाउदनगर से औरंगाबाद तक की दूरी न तय कर दाउदनगर होते हुए बारुण पहुंच कर डिहरी की ओर जाने में दूरी कम पड़ती है.
यही कारण है कि इस पुल पर प्रतिदिन बोझ बढ़ता जा रहा है. यदि इसी तरह भारी वाहनों का परिचालन बेरोकटोक होता रहा, तो आनेवाले समय में यह चलने लायक भी नहीं रह जायेगा. आवश्यकता है कि विभागीय स्तर पर पहल कर इसकी मरम्मत फिलहाल करायी जाये और नये पुल के निर्माण की प्रक्रिया अपनायी जाये.

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