उमगा मंदिर का विकास होने की जगी उम्मीद, सरकार बना सकती है रोपवे
औरंगाबाद नगर : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा मदनपुर प्रखंड के उमगेश्वरी मंदिर में पूजा-पाठ करने के बाद उमगा पहाड़ पर अवस्थित सभी मंदिरों का विकास होने की उम्मीद जग गयी है, जिसकी चर्चा जिले में जोर-शोर से हो रही है. वैसे तो मुख्यमंत्री ने उमगा पहाड़ को संरक्षित करते हुए मंदिर को सर्वेक्षण […]
औरंगाबाद नगर : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा मदनपुर प्रखंड के उमगेश्वरी मंदिर में पूजा-पाठ करने के बाद उमगा पहाड़ पर अवस्थित सभी मंदिरों का विकास होने की उम्मीद जग गयी है, जिसकी चर्चा जिले में जोर-शोर से हो रही है.
वैसे तो मुख्यमंत्री ने उमगा पहाड़ को संरक्षित करते हुए मंदिर को सर्वेक्षण पुरातत्व विभाग से कराने की बात कही है. वहीं साथ में रहे बिहार सरकार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने पहाड़ पर रोपवे लगाने के विषय पर जिलाधिकारी व स्थानीय विधायक से विचार विमर्श किया था.जिसके बाद से उम्मीद जग गयी है कि उमगा पहाड़ पर अवस्थित सभी मंदिरों का विकास होगा, तो मदनपुर प्रखंड की तसवीर बदल जायेगी. हालांकि, रफीगंज विधायक अशोक कुमार सिंह न उमगा मंदिर को देश के पर्यटन के मानचित्र पर दर्जा दिलाने को लेकर पहले से ही प्रयास कर रहे हैं. विधायक ने कहा कि शुरू से प्रयास रहा है कि उमगा मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाये.
वैसे तो सरकार उमगा मंदिर को देश-दुनिया में पहचान दिलाने के लिए महोत्सव का भी आयोजन पिछले वर्ष से करा रही है. इस वर्ष भी सरकारी खर्च पर 24-25 फरवरी को दो दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया गया है. इसको लेकर पर्यटन विभाग से दस लाख रूपये आवंटन भी प्राप्त हो चुका है. इधर, स्थानीय निवासी विनोद सिंह, टूना सिंह, नरेश सिंह, राकेश कुमार का कहना है कि यदि बिहार सरकार उमगा मंदिर को पर्यटन स्थल का दर्जा देते हुए रोपवे का निर्माण करा देती है तो इस क्षेत्र का विकास तेजी से हो जायेगा और इस रास्ते से गुजरने वाले पर्यटक काफी संख्या में पहुंचेंगे.
मामला चाहे जो भी हो, उमगा पहाड़ पर कई प्राचीन मंदिर स्थापित हैं, जो देखरेख के अभाव में क्षतिग्रस्त हो रहे हैं. लेकिन, मुख्यमंत्री के जाने के बाद जिलास्तरीय पदाधिकारी भी धरोहर को संरक्षित करने के लिए प्रस्ताव बना कर जल्द ही विभाग को रिपोर्ट भेजेंगे.