दाहिने के बजाय बायें पैर का किया प्लास्टर
लापरवाही. सदर अस्पताल के डॉक्टरों का कारनामा औरंगाबाद शहर : औरंगाबाद का सदर अस्पताल एक बार फिर अपने कारनामे के लिए अचानक सुर्खियों में आ गया. यहां के डॉक्टर किस तरह का इलाज कैसे करते हैं, इसका उदाहरण भी अचानक दिख गया. हड्डी के डॉक्टर ने एक मासूम बच्ची के टूटे पैर की जगह पर […]
लापरवाही. सदर अस्पताल के डॉक्टरों का कारनामा
औरंगाबाद शहर : औरंगाबाद का सदर अस्पताल एक बार फिर अपने कारनामे के लिए अचानक सुर्खियों में आ गया. यहां के डॉक्टर किस तरह का इलाज कैसे करते हैं, इसका उदाहरण भी अचानक दिख गया. हड्डी के डॉक्टर ने एक मासूम बच्ची के टूटे पैर की जगह पर दूसरे पैर का प्लास्टर कर दिया. मामले का खुलासा तब हुआ,जब बच्ची को प्लास्टर के बाद उसकी मां के हवाले किया गया. जब मां ने देखा कि जिस पैर में प्लास्टर होना चाहिए था वो, तो हुआ ही नहीं ,बल्कि दूसरे पैर में प्लास्टर चढ़ा दिया गया. मां की क्रोधित आवाज पर काफी संख्या में लोग पहुंच गये और फिर लापरवाही भरी इलाज पर हंगामा शुरू कर दिया. लोजपा के बुद्धिजीवी सेल के जिलाध्यक्ष प्रो संतोष कुमार सिंह भी पहुंचे और फिर इसकी शिकायत अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राजकुमार प्रसाद से की.
हुआ यह कि सिमरा थाना क्षेत्र के पड़रिया गांव की संगीता देवी की दो वर्षीय बेटी सलोनी एक सप्ताह पूर्व घर में ही गिर पड़ी,जिससे उसका दाहिना पैर टूट गया. शनिवार की सुबह संगीता की बेटी का प्लास्टर होना था और वह लेकर अस्पताल पहुंची. प्लास्टर रूम में डॉक्टर द्वारा प्लास्टर भी किया गया,लेकिन दाहिना पैर के बजाय बांये पैर का प्लास्टर कर दिया गया. इसी बीच वहां पर खड़े लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. प्रो संतोष ने कहा कि सदर अस्पताल के कुछ डॉक्टर मरीजों के जान के साथ खिलवाड़ कर रहे है. ऐसे डॉक्टरों पर कार्रवाई होनी चाहिए. इधर इस संबंध में अस्पताल उपाधीक्षक डाॅ राजकुमार प्रसाद ने बताया कि गलती से इस की बात हुई है, फिर भी मामले की छानबीन की जा रही है.